कंधरापुर थानांतर्गत खोजापुर माधोपट्टी गांव निवासी रामदत्त सरोज पुत्र दुखी सरोज का आरोप है कि आरोप है कि तीन वर्ष पहले वह अपनी बहन के घर ग्राम हरखपुर थाना बिलरियागंज गया था। उसी दौरान गांव का शिवेन्द्र राय उर्फ मोनू पुत्र लालजीत राय विदेश भेजने के लिए 70 हजार और पासपोर्ट ऐंठ लिया। पीड़ित ने सूद पर पैसा लेकर किसी तरह मोनू राय को दे दिया। जिसके बाद मोनू राय की नियत बिगड़ गयी और वे लगातार हमें दौड़ाते रहे।
जब उसने पैसा वापसी का दबाव बनाया तो मोनू राय को नागवार गुजरा और उसने गाली गलौज शुरू कर दी। इसके बाद मोनू फरार चल रहा है। इस बीच उचक्का मोनू मूसेपुर में गुपचुप तरीके से रहने लगा। जानकारी होने पर चौकी पर प्रार्थना पत्र देकर तैनात सुनील यादव सिपाही के साथ मोनू राय को पकड़कर चौकी इंचार्ज ओम सिंह के पास लाया गया। उसने 22 अक्टूबर 2018 को लिखित तौर पर तीन किस्त में पैसा वापस करने की बात कहते हुए 15 हजार तत्काल वापस कर दिया।
चौकी पर हुए समझौते के बाद उसकी फिर नियत बदल गयी। जिसके बाद से मोनू राय आज तक फरार है। एसपी को ज्ञापन सौंपकर पीड़ित ने गुहार लगाया कि 70 हजार रूपये का सूद दे-देकर घर की माली हालत खराब हो चुकी हैं। सूद का पैसा देने के चक्कर में रोटी भी जुटाना कठिन हो चुका है। मामले का निस्तारण कंधरापुर, बिलरियागंज, सिधारी थाने पर भी नहीं हो रहा है। मूल पैसों के साथ साथ ब्याज में खर्च हुए पैसों को नहीं दिलाया गया तो पीड़ित आत्मदाह करने को विवश होगा। जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी
By Ran Vijay Singh