वही संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास ने कहा कि इराक में मिली मूर्ति से हंसे धोता है कि पुराने समय में भी राम वाला हनुमान उपासक इस देश में हुआ करते थे भारत सरकार से मांग किया कि इराक में मिर्च प्रतिमा को भव्य मंदिर में विराजमान कराया जाए जहां उनकी पूजा-अर्चना भी किया जा सके यदि मुस्लिम देश होने के नाते इराद में मंदिर ने भगवान को सुरक्षित नहीं रखा जा सकता तो इराक सरकार उस मूर्ति को अभिलंब सम्मान पूर्वक भारत सरकार को सौंपा जाए
वही अयोध्या के महंत जगतगुरु राम दिनेश आचार्य ने बताया कि भगवान श्रीराम पूरे विश्व मैं विराजमान है और भारत ही नहीं पूरे विश्व मैं भगवान राम का अस्तित्व संभावित है। जिसका प्रमाण इराक से मिली भगवान श्री राम की मूर्ति है बताया कि इस मूर्ति को लेकर जांच होनी चाहिए और मूर्ती संरक्षित करने का कार्य इराक में हो यद्यपि भगवान की मूर्ति को संरक्षित नहीं किया जा सकता तो उसे भारत को सौंपा जिससे भगवान की मूर्ति सुरक्षित हो सके