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रामनगरी में राम भरोसे मरीज, डीएम के निरीक्षण में हुए चौंकाने वाले खुलासा

locationअयोध्याPublished: Feb 21, 2019 07:07:11 pm

अस्पताल में न तो न्यूरोलॉजिस्ट हैं ना कार्डियोलॉजिस्ट हैं और न ही रेडियोलॉजिस्ट…

Poor medical facility in district hospital

योगी सरकार में रामनगरी में राम भरोसे मरीज, नहीं मिल रहा इलाज

अयोध्या. अयोध्या के नवागत जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने आज जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मीडिया के सामने जिलाधिकारी ने स्वीकार किया कि जिला अस्पताल में डॉक्टरों की भारी कमी है।जिला अस्पताल में स्पेलिस्ट डॉक्टर भी नहीं है। न तो न्यूरोलॉजिस्ट हैं ना कार्डियोलॉजिस्ट हैं और न ही रेडियोलॉजिस्ट। अब आप जरा सोचिए कि कैसे चल रहा है जिला अस्पताल।डीएम अनुज झा के औचक निरीक्षण में जिला अस्पताल की पोल उस समय खुल गई जब डीएम मरीजों से रूबरू होते हुए समस्याओं के अंबार से रूबरू हुए।

जिला अस्पताल में न सिटी स्कैन मशीन और न अल्ट्रासाउंड न स्पेशलिस्ट डाक्टर

जी हां यह है राम नगरी का जिला अस्पताल जहां पर ना तो सीटी स्कैन होता है ना ही अल्ट्रासाउंड होता है और ना ही स्पेलिस्ट डॉक्टर मौजूद है।अगर आपको मानसिक बीमारी है या दिल की बीमारी है आपको अल्ट्रासाउंड कराना है सीटी स्कैन कराना है तो प्राइवेट अस्पताल या प्राइवेट पैथोलॉजीयों का ही सहारा लेना पड़ेगा।आज इस समस्या से नवागत डीएम अनुज झा रूबरू हुए।उन्होंने माना जिला अस्पताल में डॉक्टरों की भारी कमी है। खासकर न्यूरोलॉजिस्ट कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर यहां पर नही है और ना ही रेडियोलॉजिस्ट है। एनेस्थीसिया के डॉक्टर की कमी पर भी उन्होंने नाराजगी जाहिर की।अनुज झा ने कहा कि स्पेलिस्ट डॉक्टर व सीटी स्कैन मशीन के लिए शासन को पत्र लिखेंगे।

सामने आईं चौंकाने वाली हकीकत, मचा हड़कंप

अयोध्या. जिले में मौजूद एक रेडियोलॉजिस्ट के लिए डीएम ने कहा कि सप्ताह में 2 दिन जिला अस्पताल में बैठेंगे और नियत समय में मरीजों का अल्ट्रासाउंड करेंगे। अब आप जरा सोचिए जिस दिन आप बीमार हो उस दिन रेडियोलॉजिस्ट का दिन ना हो तो कैसे होगा आपका अल्ट्रासाउंड यानी आपको अल्ट्रासाउंड कराना है तो जिला अस्पताल में केवल 2 दिन ही अल्ट्रासाउंड करा सकेंगे। ऐसे में मरीजों का इलाज कैसे होगा इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं। दवाओं की कमी से भी जिलाधिकारी रूबरू हुए उन्होंने कहा कि ज्यादातर दवाएं है लेकिन जो दवाये नहीं है वह डॉक्टर लोकल परचेज कर दवाओं की जरूरत पूरी करें। इसके अलावा जिला अस्पताल के बाहर खड़ी प्राइवेट एंबुलेंस को लेकर भी जिलाधिकारी ने सीएमएस से नाराजगी व्यक्त की कि क्या आखिर प्राइवेट एंबुलेंस का जिला अस्पताल इस्तेमाल करता है। सवाल करने पर सीएमएस जवाब नहीं दे पाए।आखिर कैसे सुधरेगी राम नगरी के जिला अस्पताल की हालत। जिला अस्पताल भी रामभरोसे और मरीज भी। साफ-सफाई को लेकर भी सफाई सुपरवाइजर से डीएम ने स्पष्टीकरण मांगा है।
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