मौलाना वली रहमानी द्वारा दिए गए इस बयान पर अयोध्या में बाबरी मस्जिद ( Babari Masjid Case In ayodhya ) मामले की मुद्दई इकबाल अंसारी ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है | उन्होंने कहा है कि मैं यह स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि कि मेरे वालिद भी शुरू से इस पक्ष में रहे कि अगर इस मामले का आपसी समझौते से हल निकल जाए तो देश के लिए अच्छा होगा | आपसी भाईचारा बढेगा और हम भी इसी के पक्ष में है | इस विवाद के हल के लिए सुप्रीम कोर्ट ने ही पैनल का गठन किया है और बतौर पक्षकार हम इस पैनल का पूरा सम्मान करते हैं | अगर पैनल के जरिए आपसी बातचीत से मामला हल हो जाता है तो इससे अच्छी बात और कोई नहीं हो सकती | इस मामले को लेकर हम किसी तरह की कोई लेन-देन की बात नहीं कह रहे देश में जो संविधान कानून बना है वह इस मामले का फैसला करें और उसे हम सभी को मानना चाहिए | रही बात मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी ( Muslim Personal Law Board’s General Secretary ) की तो वो इस मुकदमे में कोई पक्षकार नहीं है और उनकी तरह न जाने कितने लोग हैं जो अपनी राजनीति चमकाने के लिए बेवजह अनर्गल बयान दिया करते हैं | उनके इस बयान का कोई मतलब नहीं है सभी ( Ram Mandir Case ) पक्षकार चाहते हैं कि जल्दी मुकदमे का फैसला हो और अगर यह बात आपसी समझौते से हल हो जाए तो ज्यादा बेहतर होगा |