मृतक ठेकेदार ने भाजपा विधायक खब्बू तिवारी के गुर्गों पर लगाया था गुंडा टैक्स मांगने का आरोप जनपद के गोसाईगंज विधानसभा क्षेत्र से पूर्व में समाजवादी पार्टी के अभय सिंह विधायक थे तो वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी और अपना दल से इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी विधायक चुने गए। दोनों बाहुबली विधायको में वर्चस्व के जंग में आए दिन दो चार होते रहते थे। मृतक ठेकेदार अजय प्रताप सिंह बिजली विभाग में ठेकेदारी का काम करता था और सपा के पूर्व विधायक अभय सिंह का करीबी था। मृतक अजय प्रताप सिंह ने पूर्व में ही भाजपा विधायक खब्बू तिवारी के गुर्गो पर गुंडा टैक्स वसूली का आरोप भी लगाया था लेकिन इसकी लिखित शिकायत पुलिस को नहीं दी थी और 22 दिसंबर की अपराह्न लगभग 4 बजे उस की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाती है।
घर के अन्दर मिली थी ठेकेदार अजय प्रताप सिंह की लाश बेड पर पड़ी थी पांच गोलियों से भरी पिस्तौल घटना के दिन ठेकेदार अजय प्रताप सिंह अपने परिवार के साथ शहर के नाका स्थित एक मॉल में खरीदारी करने गया था। लौटने पर वो अकेला ही लौटा और परिवार पीछे रह गया और जब परिवार पहुंचा तो अंदर से दरवाजा बंद था। पुलिस का भी बयान है कि जब पुलिस वहां पहुंची तो परिवारों ने बताया कि दरवाजा अंदर से बंद था घरवालों ने ही दरवाजे में हाथ डालकर अंदर की कुंडी को खोला जिसके बाद जब व घर के अंदर पहुंचे तो अजय प्रताप सिंह लहूलुहान बेड के नीचे पड़े थे। आनन-फानन में उन्हें जिला अस्पताल लाया गया जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल से पुलिस को एक रिवाल्वर भी मिली है जिसमें 6 गोलियों की जगह केवल 5 गोली थी और एक गोली उसमें से गायब थी।
सपा के पूर्व विधायक और दबंग नेता अभय सिंह ने लगाया भाजपा विधायक इंद्र प्रताप तिवारी खब्बू पर हत्या करवाने का आरोप अजय प्रताप सिंह के परिजन और पूर्व विधायक अभय सिंह ने भाजपा विधायक खब्बू तिवारी पर हत्या करवाने का आरोप लगाया है। इस हाई प्रोफाइल मामले में पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए मृतक के पिता की तहरीर पर भाजपा विधायक के खिलाफ हत्या गुंडा टैक्स वसूली और साजिश का मुकदमा दर्ज कर लिया है। मृतक अजय प्रताप सिंह मूलतः थाना हैदरगंज के बैती कला गांव के रहने वाले थे और इनकी मां शीला सिंह उसी गांव की ग्राम प्रधान है। पुलिस के अनुसार अजय प्रताप सिंह तीन चार महीने पहले ही थाना कैंट के कौशलपुरी कॉलोनी में मकान लेकर रहने लगा था और इसी मकान पर 22 दिसंबर को गोली लगने से संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।