पत्रकारों से बात करते हुए फील्डस ने कहा, यह हमारे उद्योग में एक परिवर्तन का पल है और हमारी कंपनी के लिए भी यह एक क्रिटिकल समय है। कंपनी की योजना के अनुसार,पहले इस कार को किराए पर सवारियों को लाने या ले जाने के लिए कमर्शियल तौर पर उपयोग किया जाएगा। बाद में इसकी बिक्री ग्राहकों को की जाएगी।
फोर्ड ने कहा,लंबी छलांग फोर्ड के मुख्य तकनीकी अधिकारी राज नायर ने कहा कि हमने चालक को सहायता देने वाली तकनीकों को पीछे छोड़ दिया है और एक लंबी दूरी की छलांग (पूर्णतया बदलाव) लगाने का निर्णय किया है। नायर ने कहा कि फोर्ड ऐसी प्रणालियां बनाना जारी रखेगी जो ड्राइवर को सहायता पहुंचाती रहे जैसे कि स्वचालित आपातकालीन ब्रेक सिस्टम और लेन बदलने की चेतावनी वाली प्रणाली इत्यादि।
उन्होंने कहा है कि फोर्ड के पास ऐसी तकनीक मौजूद है जो दुनिया के लाखों लोगों के ऑटोनोमस व्हीकल के सपनों को सच कर सकती है। दूसरी कंपनियों के सामने चुनौती फोर्ड द्वारा स्वचालित कार से कई और कंपनियों के सामने चुनौती होगी जैसे कि मर्सडीज-बेंज और टेस्ला मोटर्स जिनकी योजना पारंपरिक कारों में धीरे-धीरे स्वचालित क्षमता जोड़ना है। पिछले महीने बीएमडब्ल्यू, इंटेल और स्वचालित कैमरा निर्माता मोबाइलआई ने घोषणा की थी कि वे 2021 तक एक स्टीरियंग व्हील के साथ स्वचालित गाड़ी को सड़क पर उतार देंगे।