script18 साल से रूसी सत्ता पर राज कर रहे हैं पुतिन, लेकिन इस वजह से कभी नहीं गए पाकिस्तान | this is the reason why putin never visited to pakistan | Patrika News

18 साल से रूसी सत्ता पर राज कर रहे हैं पुतिन, लेकिन इस वजह से कभी नहीं गए पाकिस्तान

locationनई दिल्लीPublished: Oct 06, 2018 04:45:17 pm

Submitted by:

Shweta Singh

पिछले 18 सालों से रूस की सत्ता पर राज कर रहे पुतिन कई बार भारत आ चुके हैं, लेकिन वो कभी पाकिस्तान नहीं गए।

मॉस्को। जब भी किसी रूसी राष्ट्रपति का भारत दौरा होता है, हर बार पाकिस्तान को उम्मीद रहती है कि यात्रा पाकिस्तान होकर पूरी होगी। जबकि कई बार अमरीकी राष्ट्रपति ऐसा करते हैं। इस बार भी व्लादिमीर पुतिन के दौरे से उन्हें शायद ऐसी उम्मीद रही हो लेकिन हर बार की तरह इस बार भी ऐसा हो नहीं पाया। बता दें पिछले 18 सालों से रूस की सत्ता पर राज कर रहे पुतिन कई बार भारत आ चुके हैं, लेकिन वो कभी पाकिस्तान नहीं गए।

अबतक रूस का कोई भी राष्ट्रपति पाकिस्तान नहीं गया

रूस जब सोवियत संध का हिस्सा था तब से लेकर अबतक वहां का कोई भी राष्ट्रपति पाकिस्तान नहीं गया है। हालांकि सोवियत संघ के पतन के 16 सालों बाद 11 अप्रैल, 2007 को रूस के प्रधानमंत्री मिख़ाइल फ़्रादकोव ने पाकिस्तान का दौरा किया था। इसके पीछे का इतिहास द्वितीय विश्व युद्ध से जुड़ा हुआ है। दरअसल उस दौरान जब पूरा विश्व दो ध्रुवों में बंटी तो पाकिस्तान ने अमरीकी खेमे का साथ दिया, जबकि उस वक्त भारत ने औपचारिक रूप से किसी का साथ देने का फैसला नहीं किया था। हालांकि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने का झुकाव सोवियत संघ और समाजवाद के प्रति था, लेकिन उन्होंने गुटनिरपेक्ष की राह को चुना। अब तक जारी भारत-रूस के मजबूत संबंधों की शुरुआत यहीं से हुई।

‘पाक जाने की कोई ठोस वजह नहीं’

वहीं पाकिस्तान दौरे पर न जाने का रूस ने एक और कारण बताया था। दरअसल रूस का मानना है कि पुतिन के वहां जाने की कोई ठोस वजह नहीं। साल 2016 को पाकिस्तान में रूस के तत्कालीन राजदूत अलेक्सई देदोव ने इंस्टिट्यूट ऑफ स्ट्रैटेजिक स्ट्डीज इस्लामाबाद में पाकिस्तान-रूस संबंधों पर एक बयान जारी किया था। उन्होंने कहा था, ‘समस्या यह है कि दौरा महज औपचारिक नहीं होना चाहिए, इसके लिए कोई ठोस वजह होनी चाहिए। अगर ऐसा मौका आएगा तो दौरा जरूर होगा। इसके लिए पूरी तैयारी और समझौतों का होना जरूरी है।’

टालना पड़ा था महत्वपूर्ण सम्मेलन

बता दें कि ऐसे कई मौके आए हैं जब रूसी राष्ट्रपति का पाकिस्तान दौरा रद्द हुआ है। साल 2012 में इस्लामाबाद में चार देशों अफगानिस्तान, पाकिस्तान, रूस और ताजिकिस्तान का सम्मेलन होना था, जिसमें पुतिन के आने की उम्मीद थी। पाक मीडिया में इसको लेकर बढ़-चढ़कर दावे भी किए जा रहे थे लेकिन एन वक्त पर पुतिन पाक के तत्कालिन राष्ट्रपति आसिफ़ अली जरदारी को एक खत लिखकर अपने न आने की सूचना दे दी। जिसके बाद पाक को ये सम्मेलन ही टालना पड़ा था।

पाकिस्तान-रूस के आर्थिक संबंध काफी कमजोर

दौरा रद्द होने पर पाक ने इसका ठिकरा भारत पर फोड़ा। वहां मीडिया में दावे किए गए कि रूस और भारत के बीच अरबों डॉलर के सैन्य संबंध के कारण भारत ने ही पुतिन पर दौरा रद्द करने का दबाव डाला। बता दें कि भारत अपनी कुल रक्षा जरूरतों का 70 प्रतिशत हथियार रूस से आयात करता है। जबकि पाकिस्तान और रूस के बीच आर्थिक संबंध काफी कमजोर रहे हैं। इस पर कई विशेषज्ञों की राय है कि पाकिस्तान की पास रूस के साथ आर्थिक संबंध रखने की हैसियत नहीं है।

भारत-रूस के बीच आठ करार

गौरतलब है कि पुतिन की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच स्पेस, न्यूक्लियर, रेलवे और रक्षा समेत कई समझौते पर हस्ताक्षर हुए। दोनों देशों ने बहुप्रतीक्षित ‘एस-400 ट्रियंफ’ हवाई रक्षा प्रक्षेपास्त्र प्रणाली के लिए समझौते को अंतिम रूप दे दिया। बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान के अनुसार सतह से लंबी दूरी तक हवा में वार करने वाली ‘एस-400 प्रणाली’ भारत को देने के समझौते का दोनों देशों ने स्वागत किया। बयान के अनुसार, दोनों देशों ने सैन्य प्रौद्योगिकी सहयोग को बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो