पूर्व प्रधानमंत्री भी जीते
बता दें कि नेपाल में अभी तक 49 संसदीय सीटों के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। जिनमें पूर्व पीएम माधव कुमार नेपाल और बाबूराम भट्टराई को भी विजयश्री हासिल हुई है। वहीं दूसरी ओर सीपीएन-यूएमएल के नेता माधव संसदीय सीट काठमांडू-2 से और नया शक्ति पार्टी के अध्यक्ष बाबूराम भट्टराई संसदीय सीट गोरखा-2 से जीते हैं। बता दें कि नेपाली कांग्रेस भारत की काफी नजदीकी समझी जाती है, लेकिन उसको केवल 6 सीटें ही मिल पाईं हैं। वहीं दूसरी वामपंथी पार्टियों को चीन समर्थित माना जाता है।
2015 में लागू हुआ था संविधान
दरअसल, नेपाल में दो साल पहले यानी 2015 को संविधान लागू किया गया था। इससे पहले तक वहां राजशाही शासन चलता था। यह पहली बार है, जबकि नेपाल में संविधान लागू होने के बाद संसदीय चुनाव हुए हैं। राजनीतिक जानकारों के अनुसार लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुसार हुए चुनावों से देश में सियासी स्थितरता देखने को मिलेगी। बता दें कि पड़ोसी देश नेपाल में दो चरणों में 26 नवंबर और 7 दिसंबर को चुनाव संपन्न कराए गए थे। इस दौरान चुनाव के माध्यम से देश में 128 सांसद और प्रांतीय विधानसभाओं से 256 सदस्य चुनकर आने हैं।
ये है चुनावी परिणाम ——
— संसद की कुल 165 सीटों के लिए चुनाव
— प्रांतीय विधानसभा की 330 सीटों के लिए चुनाव
— प्रांतीय विधानसभा में सीपीएन-यूएमएल ने 27,
— माओवादी सेंटर ने 19
— नेपाली कांग्रेस ने 6
— नया शक्ति पार्टी और निर्दलीय ने एक सीट जीती
— संसदीय चुनाव में कुल 1,663 उम्मीदवार
— प्रांतीय विधानसभा में कुल 2819 उम्मीदवार मैदान में रहे।