एहतियातन एयरपोर्ट किए गए बंद
विस्फोट इतना भयानक है कि आसपास के गांव धूल और धुएं से भर गए हैं। यही नहीं, इसकी राख मिली रेत दिन भर आसमान से 10 किलोमीटर दूर तक बरसती रही। प्रशासन ने एहतियातन पास के हवाई अड्डे बंद करने का फैसल लिया है। प्रशासन ने कुछ समय के लिए सोलो शहर का एयरपोर्ट बंद किया है। यह एयरपोर्ट ज्वालामुखी केंद्र से 40 किलोमीटर दूर स्थित है। अधिकारियों ने इस ज्वालामुखी पर चेतावनी के स्तर में अभी तक कोई बदलाव तो नहीं किया है, लेकिन उन्होंने कुछ समय के लिए सोलो शहर का हवाई अड्डा बंद कर दिया।
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विस्फोट वाली जगह को निषेधात्मक क्षेत्र घोषित
इसके साथ ही लोगों को माउंट मेरापी के तीन किलोमीटर के दायरे से बाहर रहने की भी हिदायत दी गई है। दरअसल लोग ज्वालामुखी से निकलने वाले लावा और गर्म गैसों की चपेट में आ सकते हैं। इसके अलावा ज्वालामुखी से निकलने वाले टुकड़ों से भी लोगों को नुकसान पहुंच सकता है, ऐसे में इससे दूर रहने की हिदायत दी गई है। ज्वालामुखी विस्फोट वाली जगह को निषेधात्मक क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। बता दें कि इससे पहले 2010 में माउंट मेरापी ज्वालामुखी फटा था। उस साल इसकी चपेट में आने से 300 लोग मारे गए थे।
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इंडोनेशिया में करीब 130 सक्रिय ज्वालामुखी
ज्वालामुखी फटते वक्त वहां मौजूद बोयोलाली रिजेंसी के एक निवासी जरमाजी ने बताया कि कम से कम पांच मिनट तक कड़ाके का शोर होता रहा। आपको बता दें कि 17,000 द्वीपों वाले देश इंडोनेशिया में करीब 130 सक्रिय ज्वालामुखी हैं। दरअसल, यह क्षेत्र प्रशांत में रिंग ऑफ फायर पर स्थित है, जिसके चलते यहां भौगोलिक अस्थिरता बनी रहती है।