कुरैशी ने भारत पर लगाया ये आरोप
शाह महमूद कुरैशी ने कहा, “अगर मुलाकात को दोनों देशों के बीच वार्ता का हिस्सा नहीं माना जाता, तो इसका उद्देश्य क्या था?” कुरैशी ने कहा, “मैं केवल यही कहूंगा, एक मौका था जिसे गंवा दिया गया। वार्ता केवल सम्मानजनक तरीके से हो सकती है। अगर वे इसके लिए इच्छुक नहीं हैं तो हम भी कोई जल्दबाजी में नहीं हैं।” फिलहाल पाकिस्तान के विदेश मंत्री के इस बयान को लेकर भारत की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।
न्यूयॉर्क में होने वाली थी बैठक
पाकिस्तान पर जम्मू -कश्मीर में सुरक्षाकर्मी की हत्या और आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ भारतीय विदेश मंत्री की प्रस्तावित वार्ता शुक्रवार को रद्द कर दी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी से मुलाकात करने वाली थीं। संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) सत्र से इतर भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच मुलाकात पर भारत ने गुरूवार को ही सहमति जताई थी। न्यूयॉर्क में होने वाली बैठक रद्द करने का फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब मोदी सरकार शोपियां जिले में अगवा किए गए तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद विपक्ष के निशाने पर है।
शाह महमूद कुरैशी ने कहा, “अगर मुलाकात को दोनों देशों के बीच वार्ता का हिस्सा नहीं माना जाता, तो इसका उद्देश्य क्या था?” कुरैशी ने कहा, “मैं केवल यही कहूंगा, एक मौका था जिसे गंवा दिया गया। वार्ता केवल सम्मानजनक तरीके से हो सकती है। अगर वे इसके लिए इच्छुक नहीं हैं तो हम भी कोई जल्दबाजी में नहीं हैं।” फिलहाल पाकिस्तान के विदेश मंत्री के इस बयान को लेकर भारत की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।
न्यूयॉर्क में होने वाली थी बैठक
पाकिस्तान पर जम्मू -कश्मीर में सुरक्षाकर्मी की हत्या और आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ भारतीय विदेश मंत्री की प्रस्तावित वार्ता शुक्रवार को रद्द कर दी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी से मुलाकात करने वाली थीं। संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) सत्र से इतर भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच मुलाकात पर भारत ने गुरूवार को ही सहमति जताई थी। न्यूयॉर्क में होने वाली बैठक रद्द करने का फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब मोदी सरकार शोपियां जिले में अगवा किए गए तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद विपक्ष के निशाने पर है।