रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सूची में भारत, जी-20 देशों के सब देशों से नीचे है भारत का श्रमशक्ति भागीदारी में भी स्थान बेहद निराशाजनक है, जिसकी एक वजह दुनिया में भारत के अंदर रोजगार क्षेत्र में लिंग-अंतर होना बताया गया है। हालांकि, भारत को शिक्षा की गुणवत्ता, स्टाफ प्रशिक्षण और आर्थिक जटिलता के मामले में अच्छी रैंकिंग प्राप्त हुई है।भारत पिछले साल इस सूची में 105वें स्थान पर रहा था, जबकि पिछले साल शीर्ष स्थान पर काब्जि फिनलैंड इस साल दूसरे स्थान पर है।
ग्लोबल ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स 2017 ने इस सूची में 130 देशों को स्थान दिया है कि देश कितनी अच्छी तरह से अपने मानव का विकास कर रहे है, जिसका पैमाना 0 (सबसे खराब) से लेकर 100 (सर्वश्रेष्ठ) तक चार विषयगत आयामों के जरिए होगा – क्षमता, तैनाती, विकास और अनुभव – और पांच विशिष्ट आयु समूहों या पीढ़ियों में 0-14 वर्ष, 15-24 वर्ष, 25-54 वर्ष, 55-64 वर्ष, और 65 वर्ष और उससे अधिक।
इस सूची में शीर्ष 10 देश हैं : स्विटजरलैंड (3), संयुक्त राज्य अमेरिका (4), डेनमार्क (5), जर्मनी (6), न्यूजीलैंड (7), स्वीडन (8), स्लोवेनिया (9) और आस्ट्रिया (10)