आमचुनाव पर हाफिज की निगाह 2018 में पाकिस्तान में आम चुनाव होना है। हाफिज सईद ने इससे पहले अपनी पार्टी का गठन कर एक तरह से चुनावी सरगर्मियां तेज कर दी है। सईद ने कहा कि जल्द ही पार्टी नए चेहरों का ऐलान करेगी।य़ पार्टी गठन के दौरान कहा गया है कि वो कश्मीर का मुद्दा पुरजोर तरीके से उठाएंगे। हालांकि, हाफिज सईद ने अब्दुल रहमान मक्की और खुद को पार्टी से दूर रखा है। गौरतलब है कि हाल ही अमरीका ने जमात उद दावा को आतंकी संगठन घोषित किया था। वहीं पाकिस्तान में सियासी सरगर्मियां भी इन दिनों चरम पर है। पनामा गेट मामले में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपनी कुर्सी गंवा चुके हैं। ऐसे में हाफिज सईद को ये मौका सबसे मुफीद नजर आ रहा है।
आतंकवाद के खिलाफ एकजुट की अपील
वहीं भारत भी दुनियाभर में आतंक के लिए जमीन देने वालों के खिलाफ विकसित राष्ट्रों को एकसूत्र में बांधने का काम कर रहा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ सभी को एकजुट होने की अपील की है। जिसके बाद पूरी दुनिया में आतंकवाद और पाकिस्तान को लेकर चर्चा तेज हो गई है। ऐसे में हाफिज सईद ने पार्टी गठन कर खुद को एक नए विवाद से जोड़ लिया है।
वहीं भारत भी दुनियाभर में आतंक के लिए जमीन देने वालों के खिलाफ विकसित राष्ट्रों को एकसूत्र में बांधने का काम कर रहा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ सभी को एकजुट होने की अपील की है। जिसके बाद पूरी दुनिया में आतंकवाद और पाकिस्तान को लेकर चर्चा तेज हो गई है। ऐसे में हाफिज सईद ने पार्टी गठन कर खुद को एक नए विवाद से जोड़ लिया है।