इसका जिम्मेदार लोग पाक पीएम को समझ रहे हैं। उनके खिलाफ आवाज बुलंद होने लगी है। हाल ही में खबर है कि पाकिस्तान के जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के नेता मौलाना फजलुर्रहमान ने इमरान सरकार को सत्ता से हटाने के लिए आजादी मार्च निकालने की तैयारी की है। इससे डर कर इमरान खान ने सहयोगियों से बातचीत शुरू कर दी है।
इमरान खान ने अपने सहयोगियों से कहा है कि किसी भी हाल में आजादी मार्च इस्लामाबाद नहीं पहुंचना चाहिए। इमरान खान चाहते हैं कि उनके सहयोगी जेयूआई के प्रमुख मौलाना फजलुर्रहमान के साथ बातचीत कर रास्ता निकाल लेंगे।
फजलुर्रहमान ने संघीय राजधानी में सरकार के खिलाफ 31 अक्टूबर को बैठक बुलाई है। गौरतलब है कि फजलुर्रहान ने पाकिस्तान सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने आजादी मार्च रोकने की कोशिश की तो पूरे पाक को बंद में बदल देंगे।