130 अन्य तालिबानी कैदियों को छोड़े जाने की उम्मीद
दो दशकों से तालिबान और सरकार के बीच कई बार शांति वार्ता हुई
संघर्ष को समाप्त करने के लिए उठाया कदम, विपक्ष कर रहा आलोचना
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के शपथ ग्रहण समारोह में गोलीबारी।
काबुल। अफगानिस्तान के पुल-ए-चरखी क्षेत्र से 170 तालिबानी कैदियों को रिहा कर दिया गया है और 130 अन्य कैदियों को जल्द मुक्त करने की उम्मीद है। यह कदम तब उठाया गया है, जब लगभग दो दशकों से चल रहे गृह युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति वार्ता चल रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रिहा किए गए कैदियों को तालिबान के साथ सदस्यता और सहयोग के आरोप में कैद किया गया था।
आसिफ अली जरदारी जवाबदेही अदालत में पेश, 10 दिन की रिमांड पर भेजे गए पूर्व राष्ट्रपति तालिबान कैदियों की रिहाई की घोषणा राष्ट्रपति अशरफ गनी ने बीते सप्ताह शांति परिषद की बैठक के समापन अवसर पर की। अफगान ग्रैंड समिति में तीन मई को गनी ने तालिबान के साथ शांति वार्ता की थी। गनी ने रमजान के पवित्र सप्ताह से पहले 175 तालिबान कैदियों को मुक्त करने के वादे का आह्वान किया था। ईद अल-फितर के अवसर पर, अफगान राष्ट्रपति ने राजनयिक माध्यम से संघर्ष को समाप्त करने के लिए 887 कैदियों को रिहा करने की घोषणा की।
नेपाल: भारतीय तीर्थयात्रियों की बस को ट्रक ने मारी टक्कर, 2 लोगों की मौत, 21 घायल इस बीच आलोचकों ने कहा है कि इस फैसले का देश पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।यह निर्णय व्यापक विचार-विमर्श के बिना किया गया है। यह कदम ऐसे समय में आया है, जब राजनयिक प्रयासों ने अफगान शांति प्रक्रिया में केंद्र स्तर पर कदम रखा है। काबुल सरकार के साथ सीधी वार्ता में शामिल होने के लिए तालिबान लगातार इनकार करता रहा है। यह पहली बार था जब तालिबान ने सीधी वार्ता की है।