दो आतंकियों ने कार से अंदर घुसने की कोशिश की, जबकि अन्य बंदूकधारी अलग से इमारत में घुसे। रिपोर्ट्स के अनुसार- हमले में मारे गए लोगों में एक महिला, दो बच्चे और तीन सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। हमले में 4० से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है। आईएस की संवाद समिति अमाक ने दावा किया कि उसने ही अदीन के हमले को अंजाम दिया है। जबकि इसकी पुष्टि के लिए समिति ने कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया।
अस्पताल के हवाले से एक न्यूज एजेंसी ने की रिपोर्ट में कहा गया है कि- सभी हमलावरों को सुरक्षाकर्मियों की ओर से मार दिया गया है। मारे गए हमलावरों के शव अस्पताल में रखे गए हैं। जबकि दूसरी ओर पुलिस ने अपने एफबी पेज पर सूचना डाली है कि सुरक्षाकर्मियों ने शिविर पर हुए हमले को विफल कर दिया है। पुलिस ने दावा किया है कि आतंकियों को मुख्यालय के गेट तक पहुंचने से पहले ही ढेर कर दिया गया था।
अस्पताल के हवाले से एक न्यूज एजेंसी ने की रिपोर्ट में कहा गया है कि- सभी हमलावरों को सुरक्षाकर्मियों की ओर से मार दिया गया है। मारे गए हमलावरों के शव अस्पताल में रखे गए हैं। जबकि दूसरी ओर पुलिस ने अपने एफबी पेज पर सूचना डाली है कि सुरक्षाकर्मियों ने शिविर पर हुए हमले को विफल कर दिया है। पुलिस ने दावा किया है कि आतंकियों को मुख्यालय के गेट तक पहुंचने से पहले ही ढेर कर दिया गया था।
बता दें, इससे पहले जनवरी में यमन के शाबवा प्रांत में सैन्य जांच चौकी पर हुए आत्मघाती कार बम धमाका हुआ था, जिसमें 15 सैनिकों की मौत हो गई थी। सरकारी अधिकरी हमले के पीछे यमन में मौजूद अलकायदा का हाथ मान रहे हैं। यूएई समर्थित सरकारी बलों ने अलकायदा आतंकवादियों के ठिकानों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई तेज कर दी थी। इसके बाद से यमन के दक्षिणी प्रांतों की सुरक्षा चौकियों पर लगातार हमले हो रहे हैं।