दो साल में भी शहर में नहीं मिल पाया भवन, नतीजा: शुरु नहीं हो सका केंद्रीय विद्यालय
केंद्रीय विद्यालय: शहर में वर्षों से थी मांग, स्वीकृत हुआ केंद्रीय विद्यालय तो भवन नहीं।
अशोकनगर. जिस केंद्रीय विद्यालय की वर्षों से मांग थी, जब वह स्वीकृत हो गया तो दो साल में भी शहर में भवन नहीं मिल पाया। इससे दो साल में भी केंद्रीय विद्यालय का संचालन शुरु नहीं हो सका है और बच्चों को इस स्कूल का लाभ नहीं मिल पा रहा है। यदि जल्दी ही खाली भवन की व्यवस्था नहीं हुई तो अगले सत्र में भी केंद्रीय विद्यालय शुरु हो पाना संभव नहीं है।
मामला केंद्रीय विद्यालय अशोकनगर का है। वर्ष 2020 में इसका पत्र आ गया था और राजनैतिक तैयारियों से ऐसा लग रहा था कि 2021 में ही शहर में केंद्रीय विद्यालय का संचालन शुरु होकर कक्षाएं भी शुरु हो जाएंगी। लेकिन वर्ष 2020 बीतने को है और अब तक शहर में केंद्रीय विद्यालय संचालित करने कोई भी खाली भवन नहीं मिल सका है, क्योंकि शुरुआत में पहली से पांचवी तक यह स्कूल संचालित होगा और सभी पांचों कक्षाओं में करीब 200 छात्र-छात्राओं के एडमिशन होंगे। इससे स्कूल संचालन शुरु करने ऐसे खाली भवन की जरूरत है, जिसमेंं पर्याप्त जगह हो।
दो माह मे भवन नहीं मिला तो बच्चों को करना पड़ेगा इंतजार-
यदि स्कूल संचालित करने समय पर खाली भवन उपलब्ध हो जाता तो वर्ष 2021 से शहर में भी स्कूल शुरु हो जाता। भवन न मिल पाने से शहर के बच्चों को दो साल बाद भी केंद्रीय विद्यालय का लाभ नहीं मिल पा रहा है। केंद्रीय विद्यालय का एक अप्रैल से शैक्षणिक सत्र शुरु होता है और दिसंबर माह बीतने वाला हैं। ऐसे में यदि दो महीने में स्कूल संचालित करने खाली भवन की व्यवस्था नहीं हुई तो शहर के बच्चों को केंद्रीय विद्यालय में पढऩे के लिए एक साल और इंतजार करना पड़ेगा।
दो भवन देखे, एक पसंद भी आया लेकिन अलॉट नहीं-
प्रशासन ने शहर में पथरिया गांव में डाइट भवन के पास केंद्रीय विद्यालय भवन निर्माण के लिए पर्याप्त जगह चिन्हित कर ली है, जो केंद्रीय विद्यालय संगठन की टीम को भी पसंद है। वहीं भवन बनने तक स्कूल संचालन के लिए प्रशासन ने डाइट भवन व निजी गार्डन को दिखाया, जिनमें से निजी गार्डन में संचालन से तो केंद्रीय विद्यालय संगठन ने इंकार कर दिया और डाइट भवन को पसंद किया। लेकिन केंद्रीय विद्यालय संचालन के लिए डाइट भवन को अभी अलॉट नहीं किया गया है।
यह भी खास-
– केंद्रीय विद्यालय को स्कूल शुरु करने ऐसे भवन की जरूरत है, जिसमें लगातार चार-पांच साल तक स्कूल संचालित किया जा सके।
– भवन में पर्याप्त कक्ष व छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग टॉयलेट सहित स्कूल संबंधी अन्य सुविधाएं होना भी जरूरी है।
– स्कूल संचालित करने डाइट भवन चयनित किया तो डीईओ ने वरिष्ठ कार्यालय से स्वीकृत के लिए पत्र लिखे जाने की बात कही थी।
– शहर में केंद्रीय विद्यालय का संचालन शुरु होने से जिले में तीन केंद्रीय विद्यालय हो जाएंगे, मुंगावली व चंदेरी में पहले से संचालित हैं।
– दो साल बाद भी शहर में केंद्रीय विद्यालय का संचालन शुरु न हो पाने से लोगों में चर्चा बनी हुई है और देरी पर लोगों में नाराजगी भी है।
वर्जन-
हमने केंद्रीय विद्यालय भवन निर्माण के लिए पथरिया गांव में जमीन अलॉट कर दी है। उसी जमीन के पास हमने स्कूल संचालन के लिए डाइट भवन व निजी गार्डन भी बताया, अब स्कूल की तरफ से ही काम शेष है।
आर उमा महेश्वरी, कलेक्टर
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