शहर के मंगल पैलेस में 21 जुलाई से 29 जुलाई तक यह कार्यक्रम चलेगा। जिसमें सभी समाजों की महिलाएं शामिल होंगी। जहां पर असंख्य रुद्राभिषेक का कार्यक्रम होगा। जहां सुबह आठ बजे से 11 बजे तक पार्थिव शिवलिंग निर्माण होगा, साढ़े 11 बजे से डेढ़ बजे तक अभिषेक कार्यक्रम होगा और दिन में तीन बजे से शिव महापुराण की कथा होगी।
पांच-पांच पौधे लगाने का संकल्प लेंगी
पूजन के बाद पर्यावरण संरक्षण के लिए शिवजी के सामने ही सभी महिलाएं पांच-पांच पौधे लगाने का संकल्प लेंगी। कार्यक्रम के लिए 51 कलश सजाए गए हैं और वंदनवार बनाने का काम भी महिलाएं खुद कर रही हैं। यह पूरा कार्यक्रम सागर के अनुष्ठान कर्ता डॉ.पंडित प्रमोद शास्त्री के सानिध्य में होगा। वहीं कार्यक्रम में डिस्पोजलों को इस्तेमाल प्रतिबंधित रहेगा और पेयजल के लिए स्टील के गिलास व तांबे लोटे का इस्तेमाल किया जाएगा।
समिति की सदस्याओं के मुताबिक डिस्पोजलों से गंदगी तो फैलती ही है, साथ ही पर्यावरण के लिए भी नुकसान दायक होते हैं, इससे डिस्पोजलों का इस्तेमाल प्रतिबंधित रहेगा।
पीली साड़ी में शामिल होंगी महिलाएं-
21 जुलाई को दिन में साढ़े तीन बजे से कलश यात्रा निकाली जाएगी, जो हनुमान धर्मशाला से शुरु होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते ही कार्यक्रम स्थल पहुंचेगी। कलश यात्रा के लिए ड्रेस कोड बनाया गया है, जिसमें महिलाएं पीली साड़ी और पुरुष सफेद पोशाक में शामिल होंगे। इसके लिए सभी समाजों की महिलाओं को सोशल मीडिया ग्रुप के माध्यम से इस आयोजन से जोड़ा जा रहा है।