कंप्यूटर बाबा के सवालों का नहीं मिला जबाब…
पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि राजनीति में संत आ सकते हैं और संतों के आने से ही राजनीति का वास्तविक शुद्धिकरण होगा। पूर्व राज्यमंत्री कंप्यूटर बाबा द्वारा प्रदेश सरकार को घेरले के सवाल पर उन्होंने कहा कि कंप्यूटर बाबा कौन हैं, मैं जानता। वहीं उन्होंने कंप्यूटर बाबा से संबंधित किसी भी सवाल का जबाव देने से इंकार किया।
इसके अलावा उन्होंने देश के लोगों के स्वास्थ्य के लिए योग को अनिवार्य बताया और कहा कि पतंजली ने देश में योग को बढ़ाया है। इससे पहले उन्होंने बुधवार को सुबह के समय आध्यात्मिक प्रवचन दिए और योग शिक्षकों का सम्मान भी किया।
वहीं शहर में योग जनचेतना के लिए निकाली गई वाहन रैली में भी वह शामिल हुए। यह रैली शहर के सभी प्रमुख मार्गों से होती हुई वापस श्रीकृष्ण संस्थान पर पहुंचकर समाप्त हुई।
कुछ दिन पहले दिया था इस्तीफा…
मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त कम्प्यूटर बाबा ने अपने पद से कुछ दिन पहले इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ही राज्यमंत्री का दर्जा लौटाने का ऐलान किया था। करीब 6 महीने पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा दिया था। उन्होंने कहा कि अब वो नर्मदा बचाओ अभियान की फिर से शुरुआत करेंगे। पद छोड़ने के दौरान कम्प्यूटर बाबा ने सरकार पर जमकर निशाना साधा।
ये लगाए आरोप…
राज्यमंत्री रहे कम्प्यूटर बाबा का आरोप है कि चुनाव के चलते सीएम ने अवैध उत्खनन पर कार्रवाई नहीं करने दी थी। कंप्यूटर बाबा का कहना था कि सरकार के साथ रहकर धर्म विरोधी लांछन लग गए थे, अत: पवित्र होने के लिए आज शाम नर्मदा स्नान करूंगा की बात कही थी।