scriptकरोड़ों खर्च के बाद भी नहीं सुधरे सड़क के हालात | Not even improved crores of road conditions | Patrika News

करोड़ों खर्च के बाद भी नहीं सुधरे सड़क के हालात

locationअशोकनगरPublished: Nov 17, 2018 12:17:58 pm

40 फीट चौड़ी सड़कों पर निकलने के लिए बचता है मात्र 12 फि ट का रास्ता, आवाजाही में परेशान होते हैं लोग।

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Ashoknagar Some of the vehicles on the roads like this are parking.

अशोकनगर. शहर की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए नपा ने करोड़ों रुपए खर्च कर चौड़ीकरण किया। वहीं यातायात पुलिस ने दुकानदारों व वाहन चालकों के लिए एक लक्ष्मण रेखा भी बनाई। लेकिन निर्माण पूरा होते ही फि र से सड़कों पर अतिक्रमण हो गया है और हालत यह है कि 40 फीट चौड़ी सड़कों पर निकलने के लिए मात्र 10 से 12 फीट चौड़ा रास्ता बचता है। शहर की सबसे बड़ी समस्या होने के बाद भी इस पर जिम्मेदारों का कोई ध्यान नहीं है।
सड़कों पर जमा रहने वाले अतिक्रमण, दुकानों के कब्जे और बेतरतीब वाहन पार्किंग को सख्ती से हटाकर चौड़ीकरण शुरू किया तो लोगों को उम्मीद थी कि अब उनकी समस्या खत्म हो जाएगी। लेकिन काम पूरा होने के बाद फिर से दुकानदारों ने अपने कब्जे जमाना शुरू कर दिए। इससे सड़कें फि र से अतिक्रमण से घिर गई हैं, तो वहीं वाहन भी सड़कों पर बेतरतीब तरीके से खड़े रहकर लोगों को आवाजाही में परेशानी बन गए हैं।
10 महीने पहले नपा और यातायात की टीम ने सड़कों से अतिक्रमण हटाया और अतिक्रमण मुक्त रथ भी चलायाए जिसमें कर्मचारियों की ड्यूटी सड़कों व गलियों से अतिक्रमण हटाने के लिए लगाई गई। लेकिन 10 महीने में कार्रवाई तो हुई ही नहीं, वहीं वह रथ भी नजर नहीं आया। इतना ही नहीं इस बीच में किसी ने अतिक्रमण करने वालों को टोकना तक मुनासिब नहीं समझा।
इन मामलों से समझें प्रयास की हकीकत


1. स्टेशन रोड पर दुकानों तक किया डामर
सड़क पर दुकानों और हाथठेलों का कब्जा देख चौड़ीकरण किया गया। दोनों तरफ की फु टपाथ को खत्मकर दुकानों के दरबाजों तक डामरीकरण किया गया। साथ ही यातायात ने लाइन खींचकर वाहनों को उसके अंदर रखने के निर्देश दिए। लेकिन अब जहां दोनों तरफ सड़क पर दुकानों का सामान रखा रहता है, तो कई दुकानें सड़क पर ही चल रही हैं। वहीं रही सही कसर को लोग को लोग रुतबा दिखाने सड़क पर ही दोपहिया-चारपहिया वाहनों को रखकर पूरी कर रहे हैं। नतीजतन दोपहिया वाहन और पैदल निकलने भी लोगों को मशक्कत करना पड़ती है।
2. विदिशा रोड अधूरी सड़क लेकिन हालत वैसी ही
विदिशा रोड का निर्माण अतिक्रमण हटाने के लिए नपा ने देरी से शुरू कराया। दुकानों व कब्जों की तोडफ़ोड़ कर और अस्थाई दुकानदारों को खदेड़कर व सामान जब्त कराकर सड़क को अतिक्रमण मुक्त किया। इससे सड़क की चौड़ाई तीन गुना हो गई थी। नपा ने चौड़ीकरण कार्य शुरू किया और अभी सड़क निर्माण पूरा नहीं हो पाया, लेकिन सड़क पर फि र से पूर्व की तरह अतिक्रमण होने लगा है। वहीं हाथठेले भी सड़कों पर ही लगते हैं और सड़क पर ही वाहनों को सुधारने का काम हो रहा है।
3.पार्क छोटे किए तो और बड़ा अतिक्रमण
शहर के गांधी पार्क, इंदिरा पार्क और तुलसी पार्क सहित अन्य पार्कों को यह कहकर छोटा किया गया कि इससे पार्कों का चौड़ीकरण हो जाएगा। लेकिन पार्कों के छोटे होते ही ज्यादा संख्या में सब्जीए फल सहित अन्य दुकानें लगने लगीं। इससे चौड़ीकरण की बजाय यह चौराहे और संकरे हो गए हैं और अब शहरवासी भी इन जगहों से निकल जाने को जंग जीतने की तरह महसूस करने लगे हैं।
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