बहादुरपुर थाना क्षेत्र के बंगलाचौराहा का मामला
मामला जिले के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के बंगलाचौराहा का है। बहादुरपुर पुलिस के मुताबिक शुक्रवार सुबह क्षेत्र के बनहाई, इकोदिया, गुपलिया, बरखेड़ाजमाल और गीलारोपा गांव के किसान राजपालसिंह, ज्ञानसिंह, खूबसिंह, हेमराज, नेपालसिंह, जीवनसिंह, लालाराम, नीलेश, सुल्तान, भरत शर्मा, गुड्डा कलावत और कौशल शर्मा ने शिकायत की है कि बंगलाचौराहा निवासी कैलाशचंद पुत्र भूरेलाल जैन और उसका बेटा अभिषेक जैन बमोरीशाला मार्ग स्थित अपने मकान व दुकान पर चक्की चलाने का काम करते थे और किसानों से उधारी में मंहगी रेट पर अनाज भी खरीदते थे। इससे किसानों ने चना, मसूर, गेहूं, सोयाबीन और उड़द की उपज व्यापारी कैलाशचंद को बेची थी, लेकिन भुगतान किए बिना ही गायब हो गया।
भुगतान करने का किया था वादा
वहीं इकोदिया निवासी संदीप दांगी ने भी थाने में शिकायत की है कि व्यापारी कैलाशचंद ने उसकी चक्की और 10 हॉर्सपावर की मोटर खरीदी थी, जिसका भुगतान 15 दिन में करने का वादा किया था, लेकिन भुगतान करने की वजाय वह गायब हो गया है।
प्रकरण दर्ज किया जाएगा
शिकायतों पर पुलिस ने मामले पर जांच शुरू कर दी है और शिकायतकर्ताओं के बयान भी लिए गए, साथ ही उनसे लेन-देन की रसीदें भी मांगी हैं। किसानों का कहना है कि गल्ला व्यापारी उन्हें करीब एक करोड़ रुपए की चपत लगाकर भागा है और अन्य बकायादार किसानों द्वारा भी उसकी शिकायत की जाएगी। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
पहले भी किसानों का पैसा खाकर भाग चुके हैं छह व्यापारी-
क्षेत्रवासियों के मुताबिक किसानों का भुगतान किए बगैर बंगलाचौराहा क्षेत्र से गल्ला व्यापारी के भागने की यह पहली घटना नहीं है। बल्कि पिछले दस साल में छह व्यापारी भाग चुके हैं।
किसी का सुराग नहीं लगा सका
किसानों ने बताया कि ओंडेर के ताराचंद, मुकेश, दिनेश, करैया निवासी ऋषभ, बरखेड़ाजमाल निवासी प्रदीप और पंजाब से आया एक व्यापारी भी इसी तरह से मंहगे दाम पर उधारी में किसानों का अनाज खरीदकर बिना भुगतान किए करोड़ों की चपत लगाकर भाग चुके हैं। जिनकी किसानों ने पुलिस थाने में शिकायतें भी दर्ज कराईं, लेकिन इनमें से एक भी व्यापारी को पुलिस न तो अब तक पकड़ सकी और न हीं किसी को सुराग लगा सकी है।
बड़ा सवाल: अवैध खरीद पर मंडी प्रबंधन क्यों नहीं देता ध्यान-
अब तक सात व्यापारी किसानों को करोड़ों रुपए की चपत लगाकर बोरिया-बिस्तर समेटकर भाग चुके हैं। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि यह अवैध व्यापारी बिना किसी लाईसेंस किसानों से अवैध रूप से खुलेआम उधारी में अनाज की खरीदी करते रहते हैं, लेकिन न तो कभी मंडी प्रबंधन उन पर कार्रवाई करता है और न हीं उन्हें खरीदी करने से रोकता है।
जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल
वहीं जिलेभर में जगह-जगह अवैध रूप से लोग दुकानें खोलकर किसानों से अनाज की खरीदी कर रहे हैं। खास बात यह है कि यह पूरा कारोबार चोरी छिपे नहीं, बल्कि खुलेआम सड़क किनारे होता है। लेकिन इसके बावजूद भी मंडी प्रबंधन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती है और वह खुद को लाईसेंसी व्यापारी बताकर किसानों से अनाज खरीदते रहते हैं और मंडी को टैक्स में लाखों रुपए का नुकसान पहुंचाते रहते हैं।
क्षेत्रवासियों का आरोप है कि अनाज के इस अवैध कारोबार में मंडी के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल रहते हैं और उन्हीं की शह पर किसानों को करोड़ों की चपत लगाने का कारोबार जारी रहता है।
हमारे पास कई किसानों ने शिकायतें की है कि उधारी में अनाज खरीदकर व्यापारी पिता-पुत्र गायब हो गए हैं, व्यापारी के घर और दुकान पर ताला लगा हुआ है। शिकायतकर्ताओं के बयान लिए गए हैं और मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
फेमिदा खान, थाना प्रभारी बहादुरपुर