इससे दुर्घटना की आशंका है और यदि कोई वाहन इस धंसकी सड़क पर फिसला तो सीधा ही बांध में जाकर गिरेगा। फिर भी जिम्मेदार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। शहर से कचनार, पनवाड़ी होकर गुजरने वाली आरोन रोड की।
बरखेड़ाछज्जू तालाब का भराव क्षेत्र बढऩे से पुरानी सड़क पानी में डूबी तो 30-40 फिट दूर ही ऊंचाई बढ़ाकर नई सड़क बनाई गई थी, जो एक साल पहले ही बनकर तैयार हुई थी।
निर्माण के दौरान बरती गई लापरवाही की वजह से सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है और बांध से लगे हिस्से पर सड़क धंसकने से गहरे-गहरे गड्ढ़े हो गए हैं। इतना ही नहीं पानी की वजह से कटाव होने से सड़क में गहरी खाई भी बन चुकी हैं। जिसकी मरम्मत की वजाय विभाग ने सिर्फ गड्ढ़ों को गिट्टी से भर दिया।
लेकिन इस संकरी सड़क पर गड्ढ़ों में भरी गिट्टी वाहनों के फिसलने का भी कारण बन रही है। फिर भी विभाग और जिम्मेदार प्रशासन इसकी मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
वाहन फिसला तो सीधा बांध में ही गिरेगा-
इस सड़क से रोजाना एक सैंकड़ा से अधिक भारी वाहनों के अलावा सैंकड़ों ट्रैक्टर-ट्राली और दोपहिया व चार पहिया वाहन दिन और रात के समय निकलते हैं। वहीं आरोन जाने के लिए अन्य सड़क की अपेक्षा यहां से 10 किमी दूरी कम तय करना पड़ती है।
सड़क के एक तरफ बांध है तो दूसरी तरफ भी पानी भरा हुआ है। इससे वाहनों की दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार वाहन फिसलकर गिरने का खतरा बना रहता है। यदि कोई वाहन फिसला तो सीधा ही बांध में जाकर गिरेगा, इससे बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
जिसकी कई बार ग्रामीणों ने शिकायत की, लेकिन जिम्मेदारों ने इसकी मरम्मत पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई। नतीजतन लोग जान जोखिम में डालकर इस जर्जर रास्ते से निकलने के लिए मजबूर हैं।