अशोकनगर. बीना-गुना रेल लाइन पर रेहटवास के बीच चौकी 1034 के 12-13 किमी पर रेल इंजन को पावर सप्लाई देने वाला विद्युत तार अचानक टूट जाने से करीब तीन घंटे रेल यातायात बाधित रहा। इससे करीब आधा दर्जन से अधिक टे्रनें अपने यथा स्थान पर खड़ी रहीं। गनीमत यह रही कि उस समय कोई ट्रेन टे्रक से नहीं गुजर रही थी नहीं तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।
लगभग 10:45 बजे 25 हजार वोल्टेज का तार गिरने से करीब 150 मीटर का क्षेत्र डैमेज विद्युत तार का एक सिरा अचानक लाइन के बीचों-बीच आकर गिरने से हुआ। तार गिरते ही अर्थ मिलने से लाइन फाल्ट हो गई, इससे हादसा टल गया।
सूचना के बाद रेलवे टे्रक को तुरंत बंद कर दिया गया। इसके बाद रेलवे के गुना, बीना, मुंगावली अशोकनगर व पिपरई से अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और तार को रेलवे टे्रक से हटाकर उसे दुरस्त करने का कार्य प्रारम्भ किया गया। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद कर्मचारियों ने बिजली के तार को जोड़ा। ट्रैक बंद होने से करीब आधा दर्जन गाडिय़ां देरी से चलीं। कु छ गाडिय़ों को अशोकनगर रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया एवं हिनौतिया व मुंगावली, गुना स्टेशन पर गाडिय़ों को रोका गया। ऐसे में यात्रियों को मुसीबत का सामना करना पड़ा। सबसे ज्यादा परेशानी आनंदपुर आए श्रद्धालुओं को मेला खत्म होने के बाद लौटते वक्त हुई। यात्रियों को ट्रैक बंद होने की जानकारी के लिए स्टेशन पर इधर-उधर भटकते हुए देखा गया।
परेशान यात्रियों के रिजर्वेशन हुए बेकार तीन घंटे ट्रैक बंद रहने से करीब आधा दर्जन गाडिय़ां तीन घंटे से अधिक देरी से चलीं, इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बीना-गुना रेल लाइन से यात्रा करने के लिए बीना जंक्शन से अन्य रेलों में यात्रा करने के लिए जो रिजर्वेशन थे, निर्धारित समय पर यहां से बीना जंक्शन के लिए ट्रेन न पहुंचने से उनके रिजर्वेशन बेकार हो गए। वहीं अशोकनगर के निकट आनन्दपुर में गुरु पूर्णमा पर लगने वाली मेले में भी दिल्ली व अन्य स्थानों से आए श्रद्धालुओं के लौटने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्रियों को प्रॉपर रेलवे ट्रैकबंद होने की जानकारी मिल पा रही थी और टे्रक कितनी देर बंद रहेगा यह भी जानकारी यात्रियों को नहीं मिल रही थी। ऐसे में यात्री गर्मी से टे्रनों से उतरकर प्लेटफार्म पर बच्चों के साथ सोते नजर आए।
क्रे शर की गिट्टी से हादसा होने की आशंका जहां हादसा हुआ है उस रेलवे ट्रेक के पास ही गिट्टी के्रशर की मशीन लगी हुई है, जहां दिनरात पत्थर तोडऩे व विस्फोट का काम चलता रहता है। रेलवे अधिकारियों द्वारा विस्फोट से गिट्टी पत्थर उचटकर विद्युत लाइन से लगने के कारण तार टूटना बताया जा रहा है। इस दौरान यह अच्छा रहा कि यह तार किसी गाड़ी पर टूटकर नहीं गिरा नहीं तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। लाइन सुधारने के लिए गुना से सहायक मंडल विद्युत अभियंता पांडे व बीना से सहायक मंडल अभियंता एसके सिंह के साथ अशोकनगर व मुंगावली के रेलवे विद्युत विभाग के सीनियर सेक्शन इंजीनियर, पिपरई ट्रैक के अधिकारी, अशोकनगर स्टेशन प्रबंधक बीएल मीणा, आरपीएफ थाना प्रभारी राजेन्द्र कुमार ने मौके पर उपस्थित रहकर विद्युत लाइन को सही करवाकर ट्रैक को चालू करवाया। अधिकारियों के अनुसार हादसे से रेलवे का करीब 1 लाख का नुकसान हुआ है तथा 11 बजे की करीब 08-10 गाडिय़ां प्रभावित हुई हैं।
15 दिन पहले ही आए थे रेल सुरक्षा अधिकारी सोमवार को ओर रेलवे स्टेशन पर विद्युत तार टूटने के 15 दिन पूर्व ही रेल सुरक्षा अधिकारी राकेश अर्गल स्पेशल रेल से इस तरह के घटनाक्रमों का जायजा लेने यहां आए हुए थे। तथा रेल सुरक्षा अधिकारी के यहां आने के करीब 15 पहले हिनोतिया-पीपलखेड़ा रेलवे स्टेशन पर रेल लाइन पर के्रक आ जाने की घटना घटित हो चुकी है।