प्रशिक्षण को आगे बढ़ाया….
उधर आगामी 27 अक्टूबर को जिला मुख्यालय पर आयोजित चुनाव संबंधी प्रशिक्षण को कलेक्टर ने करवाचौथ के त्यौहार को देखते हुए आगे बड़ा दिया है। कलेक्टर का मानना है कि करवाचौथ होने के कारण ज्यादातर महिला अधिकारी-कर्मचारी उपवास रखती हैं। ऐसे में इस दिन प्रशिक्षण आयोजित किया जाना मानवीयता के खिलाफ होगा।
प्रशिक्षण शिविर में जिला मुख्यालय के अलावा चंदेरी, मुंगावली और ईसागढ़ ब्लाक से लगभग 6 सैंकड़ा से भी ज्यादा शिक्षक पहुंचते हैं।
सरकारी अवकाश पर हुआ प्रशिक्षण…
शिक्षकों की जानकारी के अनुसार सरकारी अवकाश पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित नहीं किया जा सकता। हॉ, कुछ विशेष परिस्थितियां निर्मित होने पर इस नियम को दरकिनार किया जा सकता है। लेकिन बुधवार को वाल्मीकि जयंती पर सरकारी अवकाश होने के बाद भी प्रशिक्षण शिविर आयोजित करना शिक्षकों के गले नहीं उतर रहा है।
शिक्षकों ने बताया कि फिलहाल निर्वाचन और शैक्षणिक कार्यों को लेकर काफी व्यस्तताएं हैं। इसलिए पहले से ही बहुत कम छुट्टियां मिल रही हैं। ऐसे में अवकाश के दिनों में अधिकारियों ने प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाने का मामला समझ से परे है।
वहीं २७ अक्टूबर को जिला मुख्यालय पर होने वाला चुनाव संबंधी प्रशिक्षण को कलेक्टर ने करवा चौथ होने से आगे बढ़ा दिया है। करवा चौथ पर सनातनी महिलाएं पूरे दिन निराहार रहकर व्रत रखती है। महिला कर्मचारियों को परेशानी न हो इसलिये इस दिन निर्वाचन के प्रशिक्षण की तारीख आगे बढ़ा दी है।
शिक्षकों को मिलेगा मानदेय…
प्रशिक्षण में बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षक भी पहुंचे थे। लेकिन इन अतिथि शिक्षकों को इस दिन के मानदेय मिलने पर संंशय है। दरअसल, अतिथि शिक्षकों को शैक्षणिक दिवसों के वेतन का ही भुगतान किया जाता है।
लेकिन बुधवार को वाल्मीकि जयंती का सरकारी अवकाश था। यही कारण है कि इन अतिथि शिक्षकों को मिलने वाले एक दिन के वेतन पर अतिथि शिक्षक संशय में है।
शासन के ऐसें निर्देश है कि प्रशिक्षण के दौरान स्कूलों के संचालन में व्यवधान न आए इसलिये अवकाश के दिन विषयवार प्रशिक्षण आयोजित किया गया है।
एक ही दिन में सभी 6 विषयों का प्रशिक्षण हो गया है। तथा प्राचार्यों की बैठक भी हो गई। जो अतिथि शिक्षक प्रशिक्षण के दौरान छुट्टी में आन ड्यूटी माने जाएगें, तथा उनके आने जाने का खर्चा विद्यालय से होगा।
आदित्यनारायण मिश्रा जिला शिक्षा आधिकारी अशोकनगर