नतीजतन निर्माण में खर्च हुए करोड़ों रुपए बेकार जाते नजर आ रहे हैं, क्योंकि तकनीकी विशेषज्ञों की मानें तो बारिश के मौसम में यही गड्ढ़े सड़कों की दशा बिगाड़ते हैं और यहीं से सड़कें उखडऩा शुरू हो जाती हैं। फिर भी इस पर न तो विभाग कोई ध्यान दे रहा है और न हीं प्रशासन कोई गंभीरता दिखा रहा है। इससे सड़कों का निर्माण पूर्ण होते ही खुदाई शुरू हो जाती है।
मिलन तिराहे से एचडीएफसी चौराहा तक की विदिशा रोड लंबे समय से उखड़ी पड़ी थी और रहवासी व वाहन चालक धूल की समस्या से परेशान थे। इसका निर्माण कराने लोगों ने कई बार धरना-प्रदर्शन भी किए। सड़क निर्माण कराने के लिए नपा ने पहले पेयजल लाइन बिछाई और फिर डामरीकरण कर दिया। लेकिन सड़क बनने के छह महीने बाद ही पेयजल लाइन में लीकेज शुरू हो गए। इसके लिए नई सड़क पर चार जगह दो से तीन फिट चौड़े गड्ढ़े दो से तीन बार खोदे गए। मंगलवार को भी सड़क पर दो जगहों पर गड्ढ़ों की खुदाई की गई। यही स्थिति शहर के पछाड़ीखेड़ा रोड की है, उखड़ी हुई जर्जर सड़क पर 15 साल इंतजार करने के बाद जैसे-तैसे सड़क बनकर तैयार हुई। लेकिन डेढ़ साल में ही इस सड़क पर सात जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढ़े खोद दिए गए और प्रत्येक गड्ढ़े की तीन से चार बार खुदाई की जा चुकी है। यही स्थिति शहर की अन्य सड़कों की है, जहां नई सड़क बनने के कुछ समय बाद ही दर्जनों गड्ढ़े खोद दिए गए, जो आवाजाही में परेशानी बने हुए हैं। जबकि इन सड़कों के निर्माण पर नपा ने करोड़ों रुपए खर्च किए थे। इसके बाद भी लोगों को सड़कों पर यह गड्ढ़े आवाजाही में परेशानी का कारण बन रहे हैं।
लीकेज बरकरार, रोज बह रहा पानी
नई सड़कों पर बार-बार खुदाई कर सुधारने के बाद भी यह लीकेज नहीं सुधर रहे हैं। जबकि खास बात यह है कि नई सड़कों के निर्माण से पहले हर जगह लाखों रुपए लागत की नई पेयजल लाइनें भी बिछाई गईं थी। इसके बाद भी लीकेज बरकरार हैं।
नई सड़कों पर बार-बार खुदाई कर सुधारने के बाद भी यह लीकेज नहीं सुधर रहे हैं। जबकि खास बात यह है कि नई सड़कों के निर्माण से पहले हर जगह लाखों रुपए लागत की नई पेयजल लाइनें भी बिछाई गईं थी। इसके बाद भी लीकेज बरकरार हैं।
इनका कहना है लीकेज होने से गड्ढ़े खुदवाकर सुधरवाए जाते हैं। पुरानी लाइन है लीकेज होने की वजह से बार-बार खुदवाते हैं। यदि बाद में इन्हें भरा नहीं जाता है तो इन सभी गड्ढ़ों को सही तरीके से भरवाकर बंद करवाया जाएगा।
बीडी कतरोलिया, सीएमओ नपा अशोकनगर