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दो दिनी अमरकंटक प्रवास पर पहुंची राज्यपाल फलों एवं पुस्तकों से हुआ स्वागत, सुरभि गौशाला का किया लोकार्पण

locationअनूपपुरPublished: Feb 21, 2019 09:16:45 pm

Submitted by:

shivmangal singh

दो दिनी अमरकंटक प्रवास पर पहुंची राज्यपाल फलों एवं पुस्तकों से हुआ स्वागत, सुरभि गौशाला का किया लोकार्पण

Welcome from the Governor fruits and books arrived at Amarkantak migra

दो दिनी अमरकंटक प्रवास पर पहुंची राज्यपाल फलों एवं पुस्तकों से हुआ स्वागत, सुरभि गौशाला का किया लोकार्पण

बनवासी स्कूली बच्चों को मन लगाकर पढऩे एवं भविष्य की अभी से योजना बनाकर मेहनत करने दी समझाईश
अनूपपुर। मां नर्मदा नदी के उद्गम अमरकंटक क्षेत्र में गुरूवार की दोपहर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का प्रथम आगमन हुआ। आईजीएनटीयू में बने हेलीपैड में फलों एवं पुस्तकों से आयुक्त शहडोल जेके जैन, डीआईजी पीएस उईके, कलेक्टर अनूपपुर चंद्रमोहन ठाकुर, कुलपति टीवी कट्टीमनी ने स्वागत किया। राज्यपाल दो दिवसीय यात्रा पर अमरकंटक पहुंची है। पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रमों के तहत राज्यपाल अमरकंटक स्थित बनवासी स्कूल में सुरभि गौशाला का लोकार्पण किया। इस दौरान राज्यपाल ने रुद्राक्ष पौधे का रोपण एवं वनवासी छात्रावास के बच्चों से मुलाकात की। बच्चों से शैक्षणिक, शैक्षणेत्तर गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान बच्चों की पारिवारिक स्थिति, शिक्षा सम्बंधी भविष्य की योजनाओ की जानकारी प्राप्त की। राज्यपाल ने बच्चों को मन लगाकर पढऩे एवं भविष्य की अभी से योजना बनाकर मेहनत करने की समझाइश दी। उन्होंने कहा क्षेत्रीय लोगों की सबसे बड़ी ताकत उन्हें विरासत में प्राप्त प्राकृतिक ज्ञान होता है, इसका सही उपयोग क्षेत्र को प्रदेश एवं सम्पूर्ण देश को नई ऊँचाइयों में ले जाने की क्षमता रखता है। राज्यपाल ने बच्चों को रुचि अनुसार कृषि एवं पशुपालन विधा का चयन कर इन विधाओं की अच्छी जानकारी एवं पढ़ाई से उन्नति के द्वार खुल जाने की बात कही। इसके उपरांत अखिल भारतीय योगपीठ अमरकंटक में सरस्वती शिशु मंदिर योगग्राम के छात्र एवं छात्राओं को सम्बोधित किया। यहां उन्होंने कहा यहां की सुंदरता, सौम्यता एवं मधुरता पुस्तकों से बढक़र है। यहां का शांत एवं सौम्य वातावरण शिक्षा के लिए उत्तम है। बच्चों को शिक्षा का महत्व बताते हुए सिर्फ शिक्षकों या अभिभावकों के भय से अध्ययन का कार्य न कर स्वप्रेरणा से पढऩे के लिए प्रेरित किया। पूरे मनोयोग से अध्ययन करने पर ही हम चीजों को सही ढंग से समझ पाते हैं विषय की गूढ़ता को समझ पाते हैं। राज्यपाल ने बच्चों को समझाइश देते हुए कहा शिक्षा के दायरे को सिर्फ परीक्षा उपयोगी ज्ञान तक सीमित न रख खाली समय में अवकाश के दिनों अन्य ज्ञानवर्धक पुस्तकें स्वतंत्रता संग्राम में महापुरुषों स्वतंत्रता सेनानियों के प्रयास भी पढ़ें। हर व्यक्ति हर घटना से कुछ न कुछ सकारात्मक सीख सदैव अपने चरित्र एवं योग्यता में सुधार करते है। वहीं उन्होंने छात्र एवं छात्राओं को स्वागत में प्राप्त हुए फलों को बच्चों में वितरण किया।
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