बताया जा रहा है कि पकरिया गांव में जेसीबी से एक खेत में खुदाई की जा रही थी। यूकेलिपटस के एक पेड़ की जड़ को खोदा जा रहा था तभी जेसीबी में कोई पत्थर टकराया। लोगों ने देखा तो यह एक पुरानी मूर्ति निकली। बाद में मालूम चला कि यह मूर्ति 10वीं शताब्दी की है जोकि सूर्य भगवान की है।
यह भी पढ़ें—Breaking – पचौरी के बाद नकुलनाथ भी बीजेपी में! सबनानी बोले- छिंदवाड़ा से जल्द आएगी अच्छी खबर मूर्ति मिलने की यह घटना करीब 7 दिन पुरानी है। पुरानी मूर्ति मिलने के संबंध में सोशल मीडिया पर खबर फैली तो कई लोग पूजा करने भी आ गए। अभी इस प्रतिमा को सुरक्षा की दृष्टि से कोतमा के पुलिस थाने में रखा गया है।
गांववालों ने बताया कि मूर्ति जमीन के करीब तीन फीट नीचे मिट्टी में दबी थी। खेत में पुरानी मूर्ति मिलने की सूचना पाते ही जिले के पुरातत्व अधिकारी यहां आए। अधिकारियों के अनुसार यह मूर्ति कल्चुरी कालीन सूर्य प्रतिमा है। मूर्ति 10 वीं शताब्दी की है। मूर्ति के संबंध में जिला अधिकारियों ने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया है।
यह भी पढ़ें—Breaking – कांग्रेस में बड़ी टूट, नकुलनाथ के ट्वीट से मची हलचल, भोपाल पहुंचे कमलनाथ के 7 खासमखास सूर्य देव की यह मूर्ति बेहद कलात्मक है। यह मूर्ति करीब 4.5 सेंटीमीटर मोटे पत्थर पर बनाई गई है। मूर्ति 3 फीट ऊंची और 1.5 फीट चौड़ी है।
जब मूर्ति पर से मिट्टी हटाई गई तब पता चला कि यह सूर्य प्रतिमा है।
सूचना मिलते ही कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने कोतमा तहसीलदार ईश्वर प्रधान को मौके पर भेजकर उसे अभिरक्षा में ले लिया।
जब मूर्ति पर से मिट्टी हटाई गई तब पता चला कि यह सूर्य प्रतिमा है।
सूचना मिलते ही कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने कोतमा तहसीलदार ईश्वर प्रधान को मौके पर भेजकर उसे अभिरक्षा में ले लिया।
गांव के हीरालाल ददना यादव के खेत में यह प्रतिमा मिली है। फेसबुक और व्हाट्सएप पर इसकी तस्वीरें वायरल हो रहीं हैं। यह भी पढ़ें—Breaking – सिंधिया के खिलाफ कांग्रेस से खड़े होंगे केपी यादव! टिकट कटने के बाद दिया बड़ा बयान