सालभर से अनुकंपा नियुक्ति पाने भटक रहा युवक, सेवावधि के दौरान शिक्षक पिता की हुई थी मौत
अनूपपुरPublished: Jan 02, 2019 09:59:44 pm
सालभर से अनुकंपा नियुक्ति पाने भटक रहा युवक, सेवावधि के दौरान शिक्षक पिता की हुई थी मौत
सालभर से अनुकंपा नियुक्ति पाने भटक रहा युवक, सेवावधि के दौरान शिक्षक पिता की हुई थी मौत
आम निस्तार का मशीन लगाकर कर दिया रास्ता बंद, शासकीय भूमि पर जमाया कब्जा
अनूपपुर। प्रत्येक मंगलवार को आयोजित होने वाली साप्ताहिक जनसुनवाई के दौरान पांडवनगर शहडोल निवासी रविपाल सिंह ने अपने पिता की मौत के बाद शासकीय नियमों के प्रावधान के अनुसार अनुकंपा नियुक्ति दिलाए जाने कलेक्टर से अपील की। जिसमें रविपाल ने कलेक्टर को बताया कि वह नियुक्ति के लिए पिछले एक साल से सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग का चक्कर काट रहा है, लेकिन अधिकारियों ने आजतक इस सम्बंध में कोई जानकारी नहीं दी है। नियुक्ति में अनावश्यक विलम्ब होने के कारण मुझे आर्थिक व मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि मेरे पिता स्व. जनरल सिंह हाईस्कूल खम्रौध पुष्पराजगढ़ विकासखंड अनूपपुर में सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थापित थे, जहां उनका आकस्मिक निधन १४ जनवरी २०१८ को सेवावधि के दौरान हो गया था। जिसके उपरांत नियमानुसार अनुकम्पा नियुक्ति के लिए आवेदन सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग अनूपपुर में दिया गया। मामले में कलेक्टर ने तत्काल ही आदिवासी विकास विभाग अधिकारी से मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। वहंी ग्राम पंचायत फुनगा के सरंपच नरेन्द्र सिंह के साथ लगभग दर्जनभर ग्रामीणों ने कलेक्टर से शासकीय भूमि पर स्थानीय ग्रामीण सरस्वती केवट द्वारा वार्ड क्रमांक १२,१३,१४ में अवैध रूप से तालाब व पूर्व पंचायत द्वारा निर्मित सडक़ को जेसीबी एवं टै्रैक्टर वाहन से आम रास्ता को पूर्णत: बंद करने की शिकायत की है। सरपंच का कहना है कि इससे ग्राम वासियों को आवागमन एवं आम निस्तार के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहीं नहीं सम्बंधित व्यक्ति आए दिन शासकीय भूमि का अतिक्रमण कर उसपर कब्जा जमा रहा है और मनाही पर मारपीट करता है। इस सम्बंध में कई बार सचिव व पटवारी द्वारा भी मनाही की गई, लेकिन वह किसी की नहीं सुनता। जिसपर कलेक्टर ने तत्काल तहसीलदार से मामले की जांच करने व कार्रवाई का आश्वासन दिया। मंगलवार की सुबह लगभग १२ बजे एकाध आवेदक ही पहुंचे थे, लेकिन दोपहर २ बजे तक लगभग आधा सैकड़ा लोगों ने अपनी समस्याएं रखी।
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