अमरोहा के गन्ना विभाग में साल 2022 में करीब पौने पांच करोड़ रुपये के गबन का मामला सामने आया था। वरिष्ठ सहायक आशीष सैनी ने राजकीय धन का दुरुपयोग करने के लिए विभाग के विभिन्न बैंक खातों से चेकों, बैंक एडवाइज, आरटीजीएस आदि माध्यम से फर्जी तरीके से धनराशि बढ़ाकर हेराफेरी करते हुए अपने एवं परिजनों के खातों में ट्रांसफर कर ली। मामले की जांच में खुलासा होने पर आशीष सैनी को निलंबित करते हुए।
हाईकोर्ट में कैविएट दाखिल करने के दिए निर्देश
जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय लखीमपुर खीरी से संबद्ध किया गया था। गन्ना विकास परिषद गजरौला एवं चंदनपुर में हुए इस गबन की जांच अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी को सौंपी गई थी। कई चरणों की जांच के बाद गबन के आरोपी आशीष सैनी पर गन्ना आयुक्त प्रभु नारायण सिंह ने बर्खास्तगी की कार्रवाई की है। साथ ही चीनी एवं गन्ना आयुक्त ने जिला गन्ना अधिकारी को गबन की गई धनराशि को वसूलने की प्रक्रिया शुरू करने के साथ हाईकोर्ट में कैविएट दाखिल करने के निर्देश भी दिए हैं।
तत्कालीन डीसीओ पर भी हो चुकी है निलंबन की कार्रवाई
गबन के इस मामले की जद में आने पर तत्कालीन जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह को निलंबित भी किया जा चुका है। इसके अलावा कई अन्य भी गाज गिरी थी। प्रकरण में गबन से संबंधित अभिलेख चोरी होने के मामले में भी कार्रवाई के लिए जांच चल रही है। कार्रवाई में डीसीओ की अहम भूमिका
गबन के प्रकरण में संलिप्त अन्य लोगों पर कार्रवाई कराने के मामले में वर्तमान डीसीओ मनोज कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने पूरे मामले में उच्चाधिकारियों को लगातार अवगत कराते हुए लिखापढ़ी भी की। जिसके बाद यह कार्रवाई हो सकी। डीसीओ मनोज कुमार ने बताया कि गबन के इस प्रकरण में वसूली के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। जिसके लिए वसूली की कार्ययोजना बनाई जा रही है।