20 मई से धान की नर्सरी डालने का पीक समय होगा शुरू
गन्ना, गेहूं और धान जिले की प्रमुख फसल हैं। जिले के किसान कम बारिश के बावजूद धान की बेहतर पैदावार ले रहे हैं। इस बार भी धान की खेती की ओर किसानों का रूझान बढ़ा है। किसान गेहूं की फसल समेटने के बाद खाली हुए खेतों में धान की रोपाई करेंगे। 20 मई से धान की नर्सरी डालने का पीक समय शुरू होगा। किसान खाद-बीज के बंदोबस्त में जुट गए हैं। सिंचाई के साधन बढ़ने के चलते अब धान की खेती को प्रमुखता दी जा रही है।
किसानों को मिल सकेगी अच्छी पैदावार
इस बार जिले में करीब 28 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल पर धान की खेती का लक्ष्य तय किया गया है। इसी के अनुसार किसानों को बीज उपलब्ध कराया जाएगा। जिला कृषि अधिकारी बबलू कुमार के मुताबिक खाद-बीज का आंकलन कर लिया गया है। डिमांड पूर्व में ही भेजी जा चुकी है। एक सप्ताह में प्रमाणित बीज विभाग को मिल जाएगा। वितरण सभी राजकीय कृषि बीज भंडार केंद्रों से अनुदान पर कराया जाएगा। बताया कि धान की उत्तम प्रजातियों का बीज मंगाया गया है, जिससे किसानों को अच्छी पैदावार मिल सकेगी।