जानकारी के अनुसार वंदे भारत एक्सप्रेस दिल्ली से कटरा जा रही थी तभी शाम (5:32 बजे) चक्की पुल पर पत्थर फेंके गए, जिनमें से एक पत्थर सी-4 कोच के शीशे पर लगा। जिससे शीशा टूट गया। हालांकि ट्रेन बिना रुके पठानकोट कैंट से 5:37 बजे गुजर गई पर सी-4 कोच में सवार यात्री ने इसकी जानकारी आरपीएफ टीम (एस्कॉर्ट) को दी। एस्कॉर्ट टीम ने दिल्ली हेड ऑफिस में शिकायत दी। शिकायत के 10 मिनट में आरपीएफ पोस्ट कमांडेंट समेत पूरी टीम पथराव वाले स्थान पर पहुंची पर वहां कोई नहीं मिला। आरपीएफ ने अज्ञात व्यक्ति पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना स्थल है नशेड़ियों का डेरा
दरअसल पथराव वाला स्थान पंजाब-हिमाचल सीमा पर स्थित है, पहाड़ी और जंगली इलाका होने के कारण नशेड़ियों का अड्डा बन चुका है। बता दें, 130 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली पहली स्वदेश निर्मित वंदे भारत एक्सप्रेस देश में चलने वाली 8100 के करीब ट्रेनों में शीर्ष है।
पत्थरबाजों को पकड़ने के लिए टीम का गठन
आरपीएफ पोस्ट कमांडर विजय कुमार ने बताया कि पत्थरबाजों की धरपकड़ के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया है। कहा कि जल्द ही आरोपी गिरफ्त में होगा। उन्होंने बताया कि ट्रेन पर पथराव करने वाला पकड़ा गया तो इस हरकत के लिए 10 साल तक कैद का प्रावधान है।