ये भी पढ़ें- Bhadrapada 2019 : भादो में कर लें यह उपाय, गुडलक हमेशा रहेगा साथ मान्यता के अनुसार, इस दिन मिट्टी के माता पार्वती – शिव जी, कार्तिकेय – गणेश जी और गाय-बछड़े की पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि ऐसा करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस दिन को भगवान श्रीकृष्ण ने गौ पूजा की मान्यता दी है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण भी गाय माता की पूजा करते हैं।
बहुला चतुर्थी व्रत बहुला चतुर्थी व्रत भाद्रपद ( Bhadrapada 2019 ) के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन चाय, कॉफी और दूध नहीं पीना चाहिए। माना जाता है कि गौ पूजन का दिन होने के कारण इस दिन दूध पीने पर पाप लगता है। यही कारण है कि इस दिन दूध और दूध से बने पदार्थ का सेवन करने से मना किया जाता है।
शाम में करते हैं पूजा बहुला चतुर्थी के दिन श्रद्धालु पूरे दिन व्रत रखते हैं और शाम में भगवान श्रीकृष्ण, शिव परिवार और गाय-बछड़े की पूजा करते हैं। माना जाता है बहुला चतुर्थी का व्रत रखने और कथा सुनने से अपार धन व सभी तरह के ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। यही नहीं, मान्यता है कि बहुला व्रत माताएं अपने पुत्र की लंबी आयु की कामना के लिए रखती हैं।
सभी प्रकार की बाधाएं होती हैं दूर बहुला व्रत करने से घर परिवार में सुख शांति आती है। इसके अलावे परिवार और संतान पर आ रहे विघ्न संकट व सभी प्रकार की बाधाएं दूर होने लगती है। साथ ही यह व्रत जन्म-मरण की योनि से मुक्ति भी दिलाता है।