विदेश

सबसे बुजुर्ग सफेद गैंडे की मौत, केमिकल लगाकर म्यूजियम में रखा जाएगा शव

पर्यावरण संगठन ने यह भी बताया कि इससे उलट उत्तरी सफेद गैंडे दुनिया में सिर्फ दो बचे हैं। ये केन्या में रहते हैं और हथियारबंद गार्ड इन गैंडों की दिन-रात सुरक्षा करते हैं। केन्या के नॉर्दन व्हाइट राइनो प्रजाति के यह दोनों ही गैंडे मादा हैं।
 

Oct 13, 2021 / 03:04 pm

Ashutosh Pathak

नई दिल्ली।
इटली के चिड़ियाघर पार्को नेचुरा वीवा ने कहा है कि टोबी के शव पर लेप लगाकर उसे ट्रेंटो के “म्यूजे साइंस” म्यूजियम में रखा जाएगा। यहां वह इसी चिड़ियाघर में पांच साल पहले मरे ब्लैंको नाम के सफेद शेर का साथी बनेगा।
दुनिया के सबसे बुजुर्ग सफेद गैंडे टोबी ने 54 साल की उम्र में उत्तरी इटली के एक चिड़ियाघर में आखिरी सांस ली। मंगलवार को चिड़ियाघर की प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। इटली के उत्तरी शहर वेरोना के पास एक चिड़ियाघर पार्को नेचुरा वीवा की कर्मी एलिसा लिविया पेनाचियोनी ने बताया, “नैनो टोबी यानी दादाजी टोबी छह अक्टूबर को गुजर गया। वह अपनी रात में रहने की जगह से वापस आते हुए बेहोश होकर जमीन पर गिरा और इसके बाद करीब आधे घंटे में उसकी धड़कनें रुक गईं”।
यह भी पढ़ें
-

चीन में मुस्लिम महिलाओं को व्हाट्स ऐप चलाने पर रोक, कुछ को भेजा गया जेल

पेनाचियोनी ने बताया कि अब टोबी के शव पर लेप लगाकर उसे ट्रेंटो के ‘म्यूजे साइंस’ म्यूजियम में रखा जाएगा, जहां वह इसी चिड़ियाघर में पांच साल पहले मरे ब्लैंको नाम के सफेद शेर का साथी बनेगा‌।
उन्होंने बताया, सफेद गैंडे जब कैद में रहते हैं तो सामान्यत: 40 साल तक जीते हैं। वहीं जंगल में ये करीब 30 साल तक जीते हैं। टोबी की मौत से पहले साल 2012 में उसकी मादा पार्टनर शुगर की मौत हुई थी। अब टोबी की मौत के बाद पार्को नेचुरा वीवा के पास सिर्फ एक सफेद गैंडा ‘बेनो’ बचा है, जिसकी उम्र 39 साल है।
यह भी पढ़ें
-

बिना जमीन के अब होगी खेती, हवा से पकेगी रोटी, जानिए कैसे होगा यह कमाल

टोबी एक ‘दक्षिणी सफेद गैंडा’ था। वह गैंडों की पांच में से उस एकमात्र प्रजाति से था, जो अब भी लुप्तप्राय नहीं मानी जाती है। वर्ल्ड वाइल्ड फंड (WWF) के मुताबिक अभी इस प्रजाति के गैंडों की संख्या 18 हजार से ज्यादा है।
पर्यावरण संगठन ने यह भी बताया कि इससे उलट उत्तरी सफेद गैंडे दुनिया में सिर्फ दो बचे हैं। ये केन्या में रहते हैं और हथियारबंद गार्ड इन गैंडों की दिन-रात सुरक्षा करते हैं। केन्या के नॉर्दन व्हाइट राइनो प्रजाति के यह दोनों ही गैंडे मादा हैं। साल 2018 में इनके साथ रहने वाले अकेले नर सूडान की 45 साल की उम्र में मौत हो गई थी। यह गैंडा काफी पॉपुलर था। इसका डेटिंग ऐप टिंडर पर अकाउंट भी था।
दरअसल टिंडर पर गैंडे के लिए चंदा जुटाने की कोशिश की जा रही थी, फिर भी इस नर गैंडे को बचाया नहीं जा सका था। भारत में सफेद गैंडे नहीं होते हैं, वहां काजीरंगा के नेशनल पार्क में एक सींग वाले गैंडे रहते हैं जो शिकारियों के निशाने पर हैं। पिछले दिनों में उन्हें बचाने की कोशिशें हो रही हैं जिसमें कामयाबी भी मिली है। हाल ही में गैंडों के जब्त किए गए सींगों को जलाकर विश्व गैंडा दिवस मनाया गया।

Home / world / सबसे बुजुर्ग सफेद गैंडे की मौत, केमिकल लगाकर म्यूजियम में रखा जाएगा शव

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.