अमरीका और कनाडा के 17 मिशनरियों का परिवार सहित अपहरण कर लिया गया है। इस घटना को कैरेबियन देश हैती में वहां के आतंकियों ने अंजाम दिया है। हैती में अपहरण करने वाले आतंकियों ने अमरीका और कनाडा के 17 ईसाई मिशनरियों की रिहाई के बदले दस-दस लाख रुपए की रकम मांगी है। इन सभी को छोड़ने के लिए आतंकियों की ओर से मांगी गई यह रकम 17 मिलियन डॉलर यानी 170 लाख रुपये की है। हर एक मिशनरी के बदले 10 लाख रुपये देने को कहा गया है।
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, न्याय मंत्री लिस्जट क्विटल ने कहा कि आतंकियों से बातचीत चल रही है। मिशनरियों को 400 मावोजो आतंकी संगठन ने कैद किया है। मंत्री ने इस भारी फिरौती की रकम की भी पुष्टि की है। उन्होंने कहा, आतंकी हर एक को रिहा करने के बदले 10 लाख रुपये चाहते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकियों ने सबसे पहले ओहायो स्थित क्रिश्चियन एड मिनिस्ट्रीज को फोन किया और फिरौती की रकम के बारे में बताया। अगवा किए गए मिशनरी इसी समूह से जुड़े हुए हैं। अमरीकी खुफिया एजेंसी एफबीआई और हैती की पुलिस इस समूह को बातचीत करने को लेकर लगातार सलाह दे रही है, जिससे सभी लोगों को सुरक्षित छुड़ाया जा सके।
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हैती में बीते शनिवार को आतंकियों ने 17 अमरीकी ईसाई मिशनरियों का उनके परिजनों के साथ अपहरण कर लिया था। यह वारदात तब हुई, जब सभी मिशनरी राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस के एक अनाथालय से बाहर जा रहे थे। ये लोग अपने ग्रुप के कुछ मेंबर्स को छोड़ने के लिए बस से एयरपोर्ट की ओर जा रहे थे। जिनका अपहरण किया गया है, उनमें मिशनरियों के बच्चे भी शामिल हैं। स्थानीय अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि समूह के कुछ सदस्यों को छोड़ने के लिए हवाई अड्डे की ओर जाने वाली एक बस से उनका अपहरण किया गया था। वॉशिंगटन में अमरीकी विदेश विभाग की प्रवक्ता जेनिफर वियाउ ने बताया कि हम इस घटना पर नजर रखे हुए हैं। हैती में अमरीकी दूतावास ने अभी इस पर कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया है।