POLITICAL CHANGES : एक नजर में पढि़ए पिछले पांच दशक में विश्व के बड़े राजनीतिक बदलाव

-पिछली अद्र्ध शताब्दी में इंदिरा गांधी की हत्या, थियानमेन चौक नरसंहार, सोवियत संघ का विघटन, खाड़ी युद्ध और 9/11 का आतंकी हमला हुआ। ( The last half century saw the assassination of Indira Gandhi, the Thianmen square massacre, the disintegration of the Soviet Union, the Gulf War and the 9/11 terrorist attack.)-1975 में सऊदी अरब के राजा फैजल बिन अब्दुलअजीज अल सऊद की उनके भतीजे ने हत्या कर दी। -1979 में दक्षिण कोरिया में पार्क चुंग ही की हत्या के बाद तानाशाही का अंत हुआ।

<p>1989 में बर्लिन की दीवार गिराई गई </p>
पिछले पांच दशक विश्व के राजनीति के लिए काफी उतार-चढ़ाव भरे रहे। कई राजनेताओं ने शासन को नई परिभाषा दी तो कुछ चौंकाने वाले चेहरे दुनिया ने देखे। इंदिरा गाधी सहित कई राजनेताओं की हत्या भी अद्र्धसदी की गमगीन घटनाओं में रहीं।
1970 का दशक : आर्थिक क्रांति का नया दौर
70 के दशक में लिओनिड बे्रजनेव का सोवियत संघ पर शासन था, जबकि विली ब्रेंडिट पश्चिम जर्मनी के शासक थे। उधर अमरीका में राष्ट्रपति निक्सन कुछ चौंकाने वाले आर्थिक सुधार लागू किए। हालांकि 1974 में वाटरगेट कांड के बाद इस्तीफा दे दिया। उसी समय चीन कम्युनिस्ट क्रांतिकारी माओ त्से तुंंग के शासन में औद्योगिकरण और आर्थिक कठिनाइयों के दौर से गुजर रहा था। माओ 1976 में मृत्यु पर चीन की सत्ता पर काबिज रहे। 1975 में सऊदी अरब के राजा फैजल बिन अब्दुलअजीज अल सऊद की उनके भतीजे ने हत्या कर दी। 1979 में दक्षिण कोरिया में पार्क चुंग ही की हत्या के बाद तानाशाही का अंत हुआ। दशक के आखिर में (1979) मार्गरेट थचर ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं। उन्होंने आर्थिक नीतियों में कई रूढि़वादी बदलाव किए, जिसे थैचरिज्म कहा गया।
1980 का दशक : इंदिरा गांधी की हत्या और बर्लिन की दीवार का गिरना
-80 का दशक विश्व की राजनीति में अशांत और उथल-पुथल वाला रहा। वर्ष 1981 में रोनाल्ड रीगन अमरीका के 40वें राष्ट्रपति बने। यहीं से अमरीका में उदार आर्थिक विकास का दौर शुरू हुआ। शीतयुद्ध के तनावों के बीच रीगन ने सोवियत संघ के राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव मिलकर परमाणु निरस्त्रीकरण और मानवाधिकारों पर विमर्श किया। 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई। छोटे बेटे राजीव गांधी को उनकी विरासत सौंपी गई, लेकिन सात वर्ष 1991 में उनकी भी हत्या कर दी गई। 1989 में जर्मन चांसलर हेलमट कॉल के दखल के बाद बर्लिन की दीवार गिराई गई और जर्मनी फिर एक हो गया। इसी वर्ष चीन के थियानमेन चौक पर राष्ट्रपति देंग जियाओपिंग के विरोध में उतरे प्रदर्शनकारियों की निर्मम हत्या कर दी गई, ये साम्यवादी चीन के इतिहास और राजनीति का सबसे काला अध्याय है।
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1990 का दशक : सोवियत संघ का विभाजन
-ये दशक शीतयुद्ध की समाप्ति और सोवियत संघ के विघटन का साक्षी बना। अलग होने के बाद बोरिस येल्तसिन रूस के पहले राष्ट्रपति बने, जो परमाणु खतरे को कम करने के साथ ही वैश्विक शांति के पक्षधर थे। लेकिन शांति कहां रहने वाली थी। 1990 में कुवैत पर इराकी हमले के बाद अमरीकी राष्ट्रपति जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश की अगुवाई में 35 देशों की गठबंधन सेना ने इराक के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। दशक के मध्य यहूदी चरमपंथियों ने इजराइल के प्रधानमंत्री इजाक रॉबिन की हत्या कर दी। हालांकि कुछ अच्छे बदलाव भी हुए, जैसे 1993 में ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉन मेजर, फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांकोइस मिटरलैंड और जर्मन चांसलर हेलमट कॉल जैसे यूरोपीय नेताओं ने मिलकर यूरोपीय संघ की स्थापना की।
2000 का दशक : 9/11 के हमले से थर्राई महाशक्ति
– इस सदी में दुनिया ने भय और विश्वास दोनों देखे। सितंबर 2001 में न्यूयॉर्क पर आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने आतंक के खिलाफ अभियान छेड़ा। उधर 2005 में एंजेला मर्केल ने जर्मनी की पहली महिला चांसलर बनने का गौरव हासिल किया, वह अब भी पद पर हैं। 2009 बराक ओबामा अमरीका के पहले अफ्रीकी अमरीकी राष्ट्रपति बने। इस दशक में जापान की सत्ता में जल्दी-जल्दी बदलाव हुए। 2006 में शिंजो आबे सत्ता में आए, इसके सात वर्ष बाद पांच नेतृत्व परिवर्तन हुए। हालांकि 2013 में फिर आबे प्रधानमंत्री बने और 2020 तक बने रहे।
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2010 का दशक : ब्रेग्जिट में उलझे कैमरन
-हांगकांग पर चीन और क्रीमिया पर रूस के कब्जे ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों की खामियों को उजागर किया। हांगकांग में विरोध प्रदर्शन का सिलसिला शुरू हुआ, जो अब भी जारी है। इंग्लैंड के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने 2016 में ब्रेग्जिट पर जनमत संग्रह करवाया, जिसमें आधे से अधिक ब्रिटिश ने यूरोपीय संघ से निकलने की इच्छा जताई। कैमरन खुद ही इस पहेली को नहीं सुलझा सके और थेरेसा मे के हाथ कमान सौंप दी। लेकिन वह भी ईयू से इंग्लैंड की सुरक्षित वापसी की राह नहीं निकाल सकी। 2017 में 45वें राष्ट्रपति के रूप में डॉनल्ड ट्रंप का चुना जाना भी विश्व के लिए चौंकाने वाला रहा। इसी दशक में दो देशों ने अपनी पहली महिला नेता चुनी। दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति पार्क ग्यून और ऑस्ट्रेलिया में प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड।
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