अधिकारी ने बताया कि आईएस आतंकवादियों ने पीड़ितों को ‘खिलाफत की भूमि छोड़कर जाने’ के प्रयास के लिए ‘विश्वासघाती’ करार देते हुए उनके शवों को बिजली के खंभों से लटका दिया।अल-बयाती ने बताया कि आईएस ने नागरिकों पर इराकी सुरक्षा बलों तक सूचनाएं पहुंचाने का आरोप भी लगाया।
आईएस ने 2014 में उत्तरी इराक के बड़े इलाकों पर कब्जा कर लिया और अरब देश तथा पड़ोसी सीरिया में अपने नियंत्रण वाले इलाके को खिलाफत की भूमि घोषित कर दिया था। आईएस ने मोसुल शहर को अपना गढ़ बना लिया।
इराकी सरकारी बल अब मोसुल के पश्चिमी हिस्से से आईएस आतंकवादियों को खदेडऩे का प्रयास कर रहे हैं, जहां के कई इलाके अब भी आतंकवादी संगठन के कब्जे में हैं।