इन यूरोपीय देशों में हर हफ्ते मनाया जाता है ‘वेट मंडे उत्सव’, एक-दूसरे पर पानी डालकर धो डालते हैं पाप

यूरोप के इन चुनिंदा देशों में ईसाई धर्म के लोग हर सोमवार को वेट मंडे (गीला सोमवार पर्व) नाम का उत्सव मनाते हैं।

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नई दिल्ली। यदि आप नौकरीपेशा हैं, दुकानदार हैं या फिर स्टूडेंट हैं..तो आप सोमवार की सुबह के बारे में काफी अच्छे से जानते होंगे। पूरे हफ्ते में यही एक दिन ऐसा होता है, जिस दिन लोग न तो अपने दफ्तर जाना चाहते हैं और न ही स्कूल-कॉलेज। लेकिन वे चाहकर भी ऐसा नहीं कर पाते, उन्हें अपने-अपने काम पर लौटना ही पड़ता है। सोमवार को लेकर काम पर लौटने में मन मारने की सबसे बड़ी वजह यही है कि कुछ ही घंटों पहले बीते रविवार को एनजॉय करते-करते लोग इतना थक जाते हैं, या फिर उनके दिलों-दिमाग से सोमवार को भी रविवार का खुमार नहीं उतरा होता।
आज हम आपको कुछ ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां लोग सोमवार का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं। इस देश में हर सोमवार को एक बड़े उत्सव जैसा माहौल रहता है। इस दिन लड़कों को कुछ खास छूट दी जाती हैं, यही वजह है कि लोग हर हफ्ते इस दिन का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं। दरअसल सोमवार के दिन मध्य यूरोप में आने वाले देश जैसे- पोलैंड और चेक गणराज्य के अलावा पूर्वी यूरोप के यूक्रेन में भी लड़के अपनी मनपसंद लड़की पर मन भरकर पानी डाल सकते हैं। इसके पीछे यहां की एक संस्कृति है, जिसके तहत लड़के अपनी मनपसंद लड़कियों को सिर से लेकर पांव तक भिगो देते हैं।
यूरोप के इन चुनिंदा देशों में ईसाई धर्म के लोग हर सोमवार को वेट मंडे (गीला सोमवार पर्व) नाम का उत्सव मनाते हैं। ईस्टर के सोमवार वाले दिन लोग किसी भी व्यक्ति को पानी से भिगोने के लिए आज़ाद रहते हैं। इस उत्सव के बारे में कहा जाता है कि ऐसा करने से भीगने वाले लोगों के पाप घुल जाते हैं। यही वजह है कि यहां लड़कियां, लड़कों द्वारा भिगोए जाने का विरोध नहीं करती हैं। खास बात ये है कि लड़कों के साथ-साथ लड़कियों को भी लड़कों को भिगोकर उनके पाप धोने का मौका मिलता है। हालांकि लड़कियों के लिए एक अलग दिन निर्धारित किया गया है।
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