देखने में बिल्कुल नवजात की तरह लगने की वजह से आस—पास के इलाके के लोगों समेत पुलिस भी धोखा खा गई। उन्होंने तुरंत शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बताया जाता है कि खामगांव तहसील के बोरजवला गांव की एक नदी के पास एक नवजात के पड़े होने की जानकारी मिली। इस पर जांच की गई। पुलिस के मुताबिक शव को देखकर लग रहा था कि बच्चा 7 या 8 माह का होगा। मामले की गंभीरता को देखते हुए बॉडी को खामगांव अस्पताल ले जाया गया।
डॉक्टरों ने जब इसकी जांच की तो हैरतंगेज बात सामने आई। पता चला कि जिसे अभी तक सब बच्चे का शव समझ रहे थे। असल में वो एक प्लास्टिक की गुड़िया है। इसके अंदर स्पंज और फोम भरा हुआ। ये देखने में बिल्कुल बच्चे की तरह है। मगर इस घटना के बाद से पुलिस की कार्यप्रणाली पर तरह—तरह के सवाल उठ खड़े हुए हैं। लोगों का आरोप है कि क्या पुलिस जांच में समझ नहीं पाई कि ये शव बच्चे का नहीं है, बल्कि एक खिलौना है। घटना की चर्चा सोशल मीडिया पर भी हो रही है। लोग इसे शरारत बता रहे हैं।