इस मछली को कुदरत ने दिया है ‘बुलेट प्रूफ जैकेट’

-अरपाइमा गीगाज या पिरारुकू : अमेजन के बेसिन में पाई जाने वाली इस मछली की बनावट अनोखी है (Arapaima gigas or pirarucu)
– 200 किलोग्राम वजनी और 10 फीट लंबी हो सकती है पिरारुकू

<p>Arapaima gigas: इस मछली को कुदरत ने दिया है ‘बुलेट प्रूफ जैकेट’</p>
जयपुर. अरपाइमा गीगाज या पिरारुकू दुनिया में ताजे पानी की सबसे बड़ी मछली मानी जाती है। ये खासकर अमेजन के बेसिन में पाई जाती है। मछली की खासियत इसके शल्क हैं, जो बुलेट प्रूफ जैकेट की तरह कठोर होते हैं। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में सैन डिएगो और बर्कले कैम्पस के शोधकर्ताओं ने हाल ही इसकी अनोखी संरचना का पता लगाया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि उनकी खोज इंसानों के लिए अच्छे कवच और एयरोस्पेस के डिजाइन को बेहतर बनाने में मददगार हो सकती है। अरपाइमा की लंबाई 10 फीट और वजन 200 किलोग्राम तक हो सकता है। चूंकि यह हवा में सांस लेती है, इसलिए यह पूरा दिन पानी के बाहर गुजार सकती है।
इतने मजबूत शल्क कैसे?
शोधकर्ताओं ने बताया, शल्क की बाहरी परत खनिजों से बनी है, जिसे भेदना मुश्किल है, जबकि अंदरूनी हिस्सा कोलैजन से बना है। कोलैजन त्वचा में प्रोटीन संरचना और शरीर के दूसरे ऊतकों से मिलकर बनी है।
पिरान्हा से बच सकती है
दरअसल अरपाइमा को ये कवच प्रकृति ने इसलिए भी दिया है कि ताजे पानी में रहने वाली खतरनाक पिरान्हा मछली के हमलों से बच सके। पिरान्हा के दांत रेजर की तरह धारदार और ताकतवर होते हैं। (Piranha teeth are razor-sharp and powerful.)
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