समोआ : प्रशांत महासागर के द्वीपीय देश की खास बात यह है कि यह दुनिया की समय रेखा पर अंतिम देश हैं। हर रोज सूरज यहीं से दुनिया को अलविदा कहता है। यहां की आबादी करीब दो लाख है। यह न्यूजीलैंड से 1962 में स्वतंत्र हुआ। यहां पर्यटक काफी आते रहते हैं, फिर भी कोरोना के प्रकोप से बचा हुआ है।
इन महिला नेताओं ने सूझबूझ से देश को कोरोना के संकट से बाहर निकाला सेंट विंसेट: सेंट विंसेट एंड ग्रेनेजियन्स सबसे छोटा कैरेबियाई देश है। यहां की जनसंख्या करीब दस लाख है, जिसमें 6 फीसदी भारतीय हैं। यह देश भले ही प्राकृतिक आपदा झेलता रहता है, लेकिन अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा हुआ है। हालांकि देश ने इससे निपटने की तैयारियां कर रखी हैं।
वानुआतू : वानुआतू प्रशांत महासागर में एक द्वीप है, जिसकी राजधानी पोर्ट विला है। यहां फ्रेंच, अंग्रेजी और बिसालामा भाषा बोली जाती है। इसका क्षेत्रफल 12,190 वर्ग किलोमीटर है। आबादी भी 246,000 है। प्राकृतिक आपदा आती रहती हैं। कोरोना के खतरे से दूर है।
तुवालू : यह देश भी प्रशांत महासागर द्वीप में स्थित है। तुवालू प्रशांत महासागर में ऑस्ट्रेलिया के उत्तर-पूर्व में स्थित है। इस देश का कुल क्षेत्रफल 26 वर्ग किमी है। यहां की आबादी महज 10 हजार है। यह देश भी कोरोना से बचा हुआ है।
CORONA Second Wave : कोरोना की दूसरी लहर से बचने के लिए ये कदम उठा रहा है चीन सोलोमन द्वीप : पापुआ न्यू गिनी के पूर्व में एक हजार द्वीपों वाला देश है सोलोमन ्रद्वीप। क्षेत्रफल करीब 28,400 वर्ग किलोमीटर है। 1200 लोगों की आबादी है। सामरिक दृष्टिकोण से यह देश काफी अहम है। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान यहां जापान का नौसैनिक अड्डा था और युद्ध के दौरान इसने कई भयानक लड़ाइयां देखी हैं।
CORONA FREE : कोरोना के प्रकोप से बचे हैं ये देश पलाउ : प्रशांत महासागर का यह द्वीपीय देश फिलीपींस के दक्षिण पूर्व और पापुआ न्यू गिनी के उत्तर में है। एक अक्टूबर 1994 को यह देश अमरीका से आजाद हुआ। पलाउ का क्षेत्रफल 459 वर्ग किमी है। पलाउ में अंग्रेजी और पलाउअन भाषा बोली जाती है। आबादी महज 21,503 है। यह भी कोरोना के प्रकोप से बचा है।