पेशवा के इस वाड़े में आज भी दफन है लाशें, रात होते ही भटकने लगती है आत्माएं

Shaniwar Wada is a haunted place : 1746 ई. में बाजीराव ने शनिवार वाड़ा का कराया था निर्माण
महाराष्ट्र के पुणे में स्थित है यह महल

<p>Shaniwar Wada is a haunted place</p>
नई दिल्ली। विज्ञान की दुनिया भले ही काफी समृद्ध हो गई हो मगर आज भी देश में कई ऐसी जगह हैं जहां अंधविश्वास पर यकीन किया जाता है। ऐसी एक जगह है शनिवार वाड़ा (Shaniwar Wada)। इस महल का निर्माण 1746 ई. में बाजीराव ने कराया था। बताया जाता है कि सत्ता की लालच में आनंदीबाई ने पेशवा के राजकुमार की हत्या करवाई थी। तब से उनकी आत्मा (spirits) यहां भटकती रहती है। रात के अंधेरे में वाड़े से अजीबो-गरीब आवाजें आती रहती हैं।
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बाजीराव (Bajirao Peshwa) की ओर से बनाया गया यह महल महाराष्ट्र के पुणे में मौजूद है। इस महल की नींव शनिवार के दिन 10 जनवरी 1730 में बाजीराव प्रथम ने रखी थी। इसी के चलते इसे शनिवार वाड़ा के नाम से भी जाना जाता है। शन‌िवार वाड़ा को बनाने में 16 हजार रुपए की लागत आई थी।
बताया जाता है 1828 ई. में शनिवार वाड़ा में एक दिन अचानक आग लग गई थी। इससे महल का एक बड़ा ह‌िस्सा जलकर खाक हो गया था। तब से इस जगह को शपित माना जाता है।लोगों का कहना है कि यहां आज भी आत्माएं भटकती रहती हैं। महल से एक दर्द भरी आवाज आती हैं। स्थानीय निवासियों के मुताबिक महल में राजकुमार नारायण राव की भी आत्मा भटकती है क्योंकि सत्ता के लालच में पेशवाओं के राजकुमार (rajkumar) की हत्या (murder) उनकी ही चाची आनंदीबाई ने करवाई थी। वह उनके राजकुमार बनने से खुश नहीं थी।
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