दक्षिण कोरिया की चट्टानों पर वैज्ञानिकों को दिखे दो बड़े पैरों वाले जानवर के निशान, डायनासोर से मिलती है चाल

Rare Animal Feet Impression : डायनासोर की तरह सीधा चलता था जीव, 10 इंच लंबे हैं पैरों के पंजे के निशान
चीन, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के रिसर्चरों ने दक्षिण कोरिया के जींजू फॉर्मेशन में इसकी खोज की है

<p>Rare Animal Feet Impression</p>
नई दिल्ली। दुनिया में आज भले ही डायानासोर (Dinosaur) जैसे विशालकाय जीव मौजूद नहीं है, लेकिन उनके अवशेष आज भी कुछ इलाकों में देखने को मिलते हैं। साउथ कोरिया (South Korea) में वैज्ञानिकों को कुछ ऐसे ही अजीबो-गरीब दिखने वाले जीव के पैरों के निशान मिले हैं। ये 10 इंच लंबे हैं। जबकि जानवर की लंबाई करीब 3 फीट तक के होने का अनुमान है। वैज्ञानिकों के अनुसार ये जीव डायनासोर से मिलते-जुलते हैं। हालांकि ये जीव दो पैरों वाले हैं। इनके मिले अवशेष 12 करोड़ साल पुराने हैं।
इतने पुराने अवशेषों की खोज चीन, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के रिसर्चरों ने दक्षिण कोरिया के जींजू फॉर्मेशन में की है। नेचर साइंटिफिक में छपी एक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार कोरिया का यह इलाका पुरातत्व के लिहाज से काफी खोजबीन वाला है। यहां पर छिपकली, मकड़े और शिकारी पक्षी रैप्टर की कुछ प्रजातियों के 12 करोड़ साल पुराने अवशेष मिले हैं। इन्हीं में से दो बड़े पैरों वाले जीव के पंजों के निशान भी मिले हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पुराने जमाने में मगरमच्छ भी दो पैरों पर ही चला करते थे फिर समय के साथ अब ये 4 पैरों पर चलने वाले हो गए हैं। ये सब डायनासोर की ही प्रजातियां हैं।
रिसर्चरों का मानना है कि जिन मगरमच्छों के कदमों के निशान मिले हैं वो कम से कम तीन मीटर लंबे थे और उनका वैज्ञानिक नाम बात्राचोपस ग्रांडिस है। चिंजू नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ एजुकेशन के क्युंग सू किम का कहना है कि इन जीवों की चाल बिल्कुल डायनासोर की तरह बिल्कुल सीधी थी। हालांकि ये वो जीव नहीं है। ये दो पैरों वाले जीव हैं। पहले रिसर्चरों को लगा था कि ये निशान टेरोसॉर के हैं। यह डायनोसॉर की ही एक प्रजाति है लेकिन उसके पंख होते थे। यह डायनोसॉर 6.6 करोड़ साल पहले तक धरती पर मौजूद था हालांकि अब इन्हें क्रोकोडाइलोमॉर्फ फैमिली का एक सदस्य माना जा रहा है।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.