रहस्यमयी मटकों में आज भी मौजूद हैं जिंदा बम, वैज्ञानिक भी नहीं सुलझा सके राज यह झील कई तरह के पेड़ों से ढका हुआ है। बताया जाता है कि साल 1911 में इस इलाके में भयानक भूकंप आया था। जिसकी चपेट में पूरा इलाका आ गया था। इसकी चपेट में जंगल भी आ गया था। तभी पेड़ों का विशालकाय हिस्सा झील में समा गया था। हैरानी की बात यह है कि पेड़ों ने अपने को इस अनुसार ढाल लिया है कि अब इनकी नई शाखाएं पानी के अंदर (under water) ही कई फीट लंबी उग आती हैं।
समुद्र तल से लगभग 2,000 मीटर ऊपर स्थित इस झील (lake) का पानी काफी ठंडा है। यह झील कजाखस्तान के अल्माटी से 280 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ये जगह पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है। यहां भारी संख्या में लोग घूमने के लिए आते हैं। सर्दियों के मौसम में यह झील आइस डाइविंग और मछली पकड़ने के लिए भी जानी जाती है।