जानकारों के मुताबिक मिस्र (Egypt) में 365 एडी में आए भयानक भूकंप में क्लियोपेट्रा का मकबरा ध्वस्त हो गया था। मगर ऑर्कियोलॉजिस्ट कैथलीन मार्टिनेज ने दावा किया कि उन्हें एलेक्जेंड्रिया शहर से करीब 30 मील यानी 48 किलोमीटर दूर कुछ सबूत मिले हैं। इससे क्लियोपेट्रा के मकबरे की सटीक जानकारी मिलती है। कैथलीन ने बताया कि ये मकबरा टैपोसिरिस मैग्ना मंदिर के पास है। यहां आइसिस देवी की पूजा होती थी। कैथलीन ने मंदिर के पास खुदाई की तो उन्हें पुराने 200 शाही सिक्के मिले, जिस पर क्लियोपेट्रा का चेहरा बना हुआ था। इससे पता चलता है कि यहां रानी का राज था।
कैथलीन की बात की पुष्टि इजिप्टोलॉजिस्ट डॉ. ग्लेन गॉडेन्हो ने भी की। उनका कहना है कि सिक्के पुरानी चीजों के प्रमाणित करने में सक्षम होते हैं। सिक्के के एक तरफ क्लियोपेट्रा की शक्ल बनी है, दूसरी तरफ ग्रीक भाषा में क्लियोपेट्रा का नाम खुदा है। मिस्र में पहले मंदिरों के पुजारी राजा या रानी की तरफ से जब पूजा करते थे, तब वह देवी आइसिस को राजा-रानी की शक्ल वाले सिक्के चढ़ाते थे। आर्कियोलॉजिस्ट इस इन सिक्कों की मदद से क्लियोपेट्रा की वास्तविक शक्ल को बनाने की कोशिश कर रहे हैं। जिससे उन्हें सटीक तस्वीर मिल सके और समझ सकें कि वाकई में क्लियोपेट्रा कितनी खूबसूरत थीं।