क्रंचेस
क्रंचेस करने से पेट की मांसपेशियों पर काफी जोर पड़ता है जिससे पाचन तंत्र मजबूत बनता है और बेहतर तरह से काम करता है। क्रंचेस कई प्रकार के होते हैं जिनमें से आप अपनी सहूलियत के हिसाब से कोई भी एक चुन सकते हैं।
क्रंचेस करने से पेट की मांसपेशियों पर काफी जोर पड़ता है जिससे पाचन तंत्र मजबूत बनता है और बेहतर तरह से काम करता है। क्रंचेस कई प्रकार के होते हैं जिनमें से आप अपनी सहूलियत के हिसाब से कोई भी एक चुन सकते हैं।
तेज गति से चलें
रोजाना सिर्फ 30 से 45 मिनट तेज गति से चलना भी एक बेहतरीन एक्सरसाइज है। इससे न केवल डाइजेशन ठीक रहने में मदद मिलती है बल्कि
वजन कम करने में भी मदद मिलती है।
रोजाना सिर्फ 30 से 45 मिनट तेज गति से चलना भी एक बेहतरीन एक्सरसाइज है। इससे न केवल डाइजेशन ठीक रहने में मदद मिलती है बल्कि
वजन कम करने में भी मदद मिलती है।
गहरी सांसें लें
गहरी सांसें लना भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। ऐसा करने से सीने में जलन और भारीपन की समस्या से राहत मिलती है। इसके लिए बस आपको सीधे बैठकर गहरी सांसें लेनी है, इससे आपका तनाव भी कम होगा।
गहरी सांसें लना भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। ऐसा करने से सीने में जलन और भारीपन की समस्या से राहत मिलती है। इसके लिए बस आपको सीधे बैठकर गहरी सांसें लेनी है, इससे आपका तनाव भी कम होगा।
साइकिलिंग
साइकिलिंग एक ऐसी एक्सरसाइज है जिसे करने से कई सेहत फायदे होते है। उन्हीं फायदों में से एक है डाइजेस्टिव सिस्टम का सही तरीके से काम करना। साइकिलिंग करने से न केवल स्टेमिना बढ़ता है बल्कि वजन कम होता है और साथ ही पाचन तंत्र भी मजबूत होता है।
साइकिलिंग एक ऐसी एक्सरसाइज है जिसे करने से कई सेहत फायदे होते है। उन्हीं फायदों में से एक है डाइजेस्टिव सिस्टम का सही तरीके से काम करना। साइकिलिंग करने से न केवल स्टेमिना बढ़ता है बल्कि वजन कम होता है और साथ ही पाचन तंत्र भी मजबूत होता है।