बीएमआई है आधार ( BMI )
वजन को मापने के लिए बॉडी मास इंडेक्स ( बीएमआई ) फॉर्मूले काम में लेते हैं जिसमें दोगुनी लंबाई को वजन से भाग देते हैं। व्यक्ति का बीएमआई 19 से कम है तो वह अंडरवेट, 19-24 के बीच है तो पूरी तरह स्वस्थ व 24 से अधिक है तो व्यक्ति ओवरवेट की श्रेणी में आता है। वजन बढ़ाने से पहले उसके कम होने का कारण जानना होगा ताकि भविष्य में कोई परेशानी न हो।
वजन को मापने के लिए बॉडी मास इंडेक्स ( बीएमआई ) फॉर्मूले काम में लेते हैं जिसमें दोगुनी लंबाई को वजन से भाग देते हैं। व्यक्ति का बीएमआई 19 से कम है तो वह अंडरवेट, 19-24 के बीच है तो पूरी तरह स्वस्थ व 24 से अधिक है तो व्यक्ति ओवरवेट की श्रेणी में आता है। वजन बढ़ाने से पहले उसके कम होने का कारण जानना होगा ताकि भविष्य में कोई परेशानी न हो।
संभावित कारण
हार्मोंस का असंतुलन, कुपोषण, मेटाबॉलिक रेट बढ़ने से हाइपर थायरॉइड, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम के कारण आंतों का खाना न पचा पाना। अधूरी नींद, तनाव आदि भी मुख्य वजह हैं। सप्लीमेंट्स-स्टेरॉएड्स नुकसानदेह
वजन बढ़ाने के लिए अधिकतर युवा जिम जा रहे हैं जहां स्टेरॉयड्स और दूसरे फूड सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल बिना डॉक्टरी सलाह के करते हैं। ऐसा करने से शरीर में तरल की मात्रा में असंतुलन हो जाता और सूजन आने लगती है। इसका सीधा असर मांसपेशियों और हड्डियों पर पड़ता है जो कमजोर होने लगती हैं। इस कारण व्यक्ति को थकान और आलस महूसस होता है।
हार्मोंस का असंतुलन, कुपोषण, मेटाबॉलिक रेट बढ़ने से हाइपर थायरॉइड, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम के कारण आंतों का खाना न पचा पाना। अधूरी नींद, तनाव आदि भी मुख्य वजह हैं। सप्लीमेंट्स-स्टेरॉएड्स नुकसानदेह
वजन बढ़ाने के लिए अधिकतर युवा जिम जा रहे हैं जहां स्टेरॉयड्स और दूसरे फूड सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल बिना डॉक्टरी सलाह के करते हैं। ऐसा करने से शरीर में तरल की मात्रा में असंतुलन हो जाता और सूजन आने लगती है। इसका सीधा असर मांसपेशियों और हड्डियों पर पड़ता है जो कमजोर होने लगती हैं। इस कारण व्यक्ति को थकान और आलस महूसस होता है।
लिवर का मजबूत होना जरूरी
लिवर मानव शरीर की फैक्ट्री है जो सभी अंगों को पोषक तत्त्व पहुंचाने का काम करता है। ऐसे में लिवर में किसी तरह की तकलीफ है तो उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें लापरवाही बरतने से वजन कम होने या स्थिर रहने की समस्या हो सकती है। पाचन संबंधी कोई तकलीफ, भूख न लगना, गैस बनने की समस्या लगातार चल रही है तो डॉक्टर को दिखाकर जल्द से जल्द उसका इलाज कराना चाहिए।
लिवर मानव शरीर की फैक्ट्री है जो सभी अंगों को पोषक तत्त्व पहुंचाने का काम करता है। ऐसे में लिवर में किसी तरह की तकलीफ है तो उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें लापरवाही बरतने से वजन कम होने या स्थिर रहने की समस्या हो सकती है। पाचन संबंधी कोई तकलीफ, भूख न लगना, गैस बनने की समस्या लगातार चल रही है तो डॉक्टर को दिखाकर जल्द से जल्द उसका इलाज कराना चाहिए।
डाइट ( Diet For Weight Gain )
सुबह हैवी नाश्ता लें। महिला को एक दिन में औसतन 1500-1700 कैलोरी और पुरुषों को 2500 के करीब लेनी चाहिए। कार्ब, प्रोटीन और फैट की संतुलित मात्रा से शरीर में ऊर्जा बनाए रखें। भोजन में नारियल, सोयाबीन तेल प्रयोग में लें। अखरोट, बादाम, काजू, अंजीर के साथ रात को सोने से पहले केला दूध और शहद लें।
सुबह हैवी नाश्ता लें। महिला को एक दिन में औसतन 1500-1700 कैलोरी और पुरुषों को 2500 के करीब लेनी चाहिए। कार्ब, प्रोटीन और फैट की संतुलित मात्रा से शरीर में ऊर्जा बनाए रखें। भोजन में नारियल, सोयाबीन तेल प्रयोग में लें। अखरोट, बादाम, काजू, अंजीर के साथ रात को सोने से पहले केला दूध और शहद लें।
एलोपैथी
वजन बढ़ाने या सामान्य रखने के लिए खाने में 50-55 फीसदी कार्बोहाइड्रेट, प्रति किलो वजन के हिसाब से 1.5 ग्राम प्रोटीन जरूरी है। डेयरी प्रोडक्ट जैसे दूध, दही, छाछ, पनीर, छेना और खोवा अधिक लें। अंडे का ऊपरी सफेद भाग एल्ब्युमिन से युक्त है इसे खाने से लाभ होगा। साबुत अनाज, हरी सब्जी, फल खाएं।
आयुर्वेद ( Food to Weight Gain )
तनाव से वजन घट रहा है तो शंखपुष्पी लें। किसी रोग से ग्रस्त हैं तो खाने में दीपन पाचन द्रव्य (जीरा, हींग, सौंठ, मिर्च, पीपल) उपयोगी हैं। खून की कमी से भी वजन घटता है। इसकी पूर्ति के लिए हरी सब्जी (चुकंदर, बथुआ, मेथी, पालक) ज्यादा खाएं। सोयाबीन आटे व गेंहू के आटे को मिलाकर बनी रोटी खाने से वजन बढ़ता है।
वजन बढ़ाने या सामान्य रखने के लिए खाने में 50-55 फीसदी कार्बोहाइड्रेट, प्रति किलो वजन के हिसाब से 1.5 ग्राम प्रोटीन जरूरी है। डेयरी प्रोडक्ट जैसे दूध, दही, छाछ, पनीर, छेना और खोवा अधिक लें। अंडे का ऊपरी सफेद भाग एल्ब्युमिन से युक्त है इसे खाने से लाभ होगा। साबुत अनाज, हरी सब्जी, फल खाएं।
आयुर्वेद ( Food to Weight Gain )
तनाव से वजन घट रहा है तो शंखपुष्पी लें। किसी रोग से ग्रस्त हैं तो खाने में दीपन पाचन द्रव्य (जीरा, हींग, सौंठ, मिर्च, पीपल) उपयोगी हैं। खून की कमी से भी वजन घटता है। इसकी पूर्ति के लिए हरी सब्जी (चुकंदर, बथुआ, मेथी, पालक) ज्यादा खाएं। सोयाबीन आटे व गेंहू के आटे को मिलाकर बनी रोटी खाने से वजन बढ़ता है।