दिवाली के इस मौसम में आप खजूर से भी दोस्तों और रिश्तेदारों का मुंह मीठा करा सकते हैं। आयुर्वेद में इसे सात्विक आहार माना गया है। यह एक ऐसा पोषक खाद्य पदार्थ है जो आपका वजन बढ़ाए बिना ऊत्तकों को पोषण प्रदान करता है।
यह शरीर में खुशकी नहीं आने देता और ऊत्तकों को मुलायम व मजबूत बनाता है। इसमें मौजूद विटामिन ए रतौंधी रोग में लाभदायक होता है।
यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, दस्त, बुखार, खांसी व बहुत ज़्यादा गर्मी के बाद प्यास लगने की समस्या में भी लाभदायक होता है। आयरन की प्रचुर मात्रा के कारण खजूर खून की कमी को भी दूर करता है। इसलिए महिलाओं को इसे विशेष रूप से खाना चाहिए।
इसमें घुलनशील फाइबर होते हैं जो कब्ज़ नहीं होने देते। यह कोलोन कैंसर जैसे रोगों में भी सुरक्षा प्रदान करता हैै। लेकिन डायबिटीज के मरीज इसका प्रयोग न करें। भीगे हुए खजूर, चीनी और मसालों के साथ एक खट्टी-मीठी चटनी तैयार करके आप ढोकला, स्नैक्स या चाट के साथ इसका प्रयोग कर सकते हैं और सेहतमंद डाइट का लुत्फ उठा सकते हैं।