लेकिन अधिकारियों के इस दल को शहर का सबसे खूबसूरत माना जाने वाला व्यस्ततम चौराहे पर कोई दाग नजर नहीं आया। यह वही चौराहा है जहां से सारे वीआइपी जनप्रतिनिधि और अधिकारी सर्किट हाउस और कलेक्टेट पहुंचते हैं। यहीं से हमारे तमाम जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के आला अधिकारियों का आना-जाना रोज और दिन में कई बार होता है। कोई भी उत्सव हो या प्रदर्शन सब गांधी जी की शरण में पहुंचने के लिए इसी चौराहे पर आते हैं। लेकिन इसका हाल किसी को नजर नहीं आता। चौराहे की खूबसूरती बढ़ाने बीचों बीच छोटे-छोटे पौधों की बगिया लग रही है, लाइटें और दर्पण भी लगाए जा रहे हैं, लेकिन इस चौराहे के चेहरे के ये दाग किसी को दिखाई नहीं देते। पैदल निकलने वालों को भी यहां से बचकर निकलना पड़ता है। दुपहिया वाहन भी गड्ढों से बचकर ही निकलने का प्रयास करते हैं। अरे हुजूर शहर की कई सडक़ों पर ऐसे घाव हैं, बारिश के बहाने ही सही, इनकी भी मरहम पट्टी हो जाए तो कुछ दिन और टिक जाएंगी ये।