विदिशा

यहां भी देखो हुजूर, शहर की और भी सडक़ों पर हैं गहरे जख्म

शहर की कई सडक़ों पर ऐसे घाव हैं, बारिश के बहाने ही सही, इनकी भी मरहम पट्टी हो जाए तो कुछ दिन और टिक जाएंगी ये

विदिशाJul 26, 2021 / 09:14 pm

govind saxena

यहां भी देखो हुजूर, शहर की और भी सडक़ों पर हैं गहरे जख्म

विदिशा. पत्रिका ने सोमवार के अंक में ही रामलीला रोड पर बेतवा ब्रिज के पहले वाले हिस्से में 20 कदम पर 24 गड्ढे की तस्वीर प्रकाशित कर विदिशा की सडक़ों के हाल पर प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया था। इसके बाद कलेक्टर डॉ. पंकज जैन ने मप्र सडक़ विकास निगम के महाप्रबंधक मोहम्मद आसिफ रिजवी, लोनिवि के कार्यपालन यंत्री हेमंत राजपूत और नपा सीएमओ सुधीर सिंह ने मौके पर भेजा। इन अधिकारियों ने रामलीला मार्ग के साथ ही बेतवा ब्रिज पर उभर आए गड्ढों को भी देखा। तीनों अधिकारियों ने हालात का जायजा लिया और फिर सडक़ विकास निगम के महाप्रबंधक रिजवी बोले-
रामलीला मैदान के पास ज्यादा गड्ढे हैं, यहां पानी रुकता है, नाली में पानी नहीं जा रहा है। जल निकासी का कोई प्रॉपर इंतजाम नहीं है। इसका काम हम आज-कल में ही पानी रुकने पर करा देंगे।

लेकिन अधिकारियों के इस दल को शहर का सबसे खूबसूरत माना जाने वाला व्यस्ततम चौराहे पर कोई दाग नजर नहीं आया। यह वही चौराहा है जहां से सारे वीआइपी जनप्रतिनिधि और अधिकारी सर्किट हाउस और कलेक्टेट पहुंचते हैं। यहीं से हमारे तमाम जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के आला अधिकारियों का आना-जाना रोज और दिन में कई बार होता है। कोई भी उत्सव हो या प्रदर्शन सब गांधी जी की शरण में पहुंचने के लिए इसी चौराहे पर आते हैं। लेकिन इसका हाल किसी को नजर नहीं आता। चौराहे की खूबसूरती बढ़ाने बीचों बीच छोटे-छोटे पौधों की बगिया लग रही है, लाइटें और दर्पण भी लगाए जा रहे हैं, लेकिन इस चौराहे के चेहरे के ये दाग किसी को दिखाई नहीं देते। पैदल निकलने वालों को भी यहां से बचकर निकलना पड़ता है। दुपहिया वाहन भी गड्ढों से बचकर ही निकलने का प्रयास करते हैं। अरे हुजूर शहर की कई सडक़ों पर ऐसे घाव हैं, बारिश के बहाने ही सही, इनकी भी मरहम पट्टी हो जाए तो कुछ दिन और टिक जाएंगी ये।

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