मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पाण्डेय ने बताया है कि मौसम के इस रौद्र रूप के पीछे बंगाल की खाड़ी में बनने वाला कम दबाव का क्षेत्र है। आंध्रा और उड़ीसा के तट पर बंगाल की खाड़ी में जो कम दबाव का क्षेत्र बना था वह अब तक बरकरार है। वहां से आने वाली हवाएं लगातार पूर्वांचल की हवाओं में नमी बढ़ा रही हैं। इन्हीं नम हवाओं के चलते थंडर स्टाॅर्म का न निर्माण हो रहा है और आकाशीय बिजली आसमानी कहर बनकर गिर रही है। उन्होंने बताया कि अगले दो से तीन दिन तक थंडर स्टाॅर्म का चांस है। भले ही बारिश थोड़ा कम हो, लेकिन आकाशीय बिजली का कहर जारी रहेगा। उधर से आने वाली दक्षिणवर्ती हवाओं का इधर पश्चिमी हवाओं से मेल होने से थंडर स्टाॅर्म बन रहा है, जिसके नतीजे में बारिश और आकाशीय बिजली गिर रही है।
बताते चलें कि मंगलवार को आकाशीय बिजली गिरने से उत्तर प्रदेश में 25 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में गाजीपुर में 6, बलिया में 6, कौशाम्बी में 3 समेत सबसे अधिक तादाद पूर्वांचल के जिलों की रही है। रविवार को भी भारी बारिश और वज्रपात से पूर्वांचल के जिलों में डेढ़ दर्जन लोगों की मौतें हुई थीं।