राजा भैया के गढ़ में बीजेपी को तगड़ा झटका, ऐसे हो रहा एससी/एसटी एक्ट का विरोध

दुकानों पर लगाये गये पोस्टर, सवर्णो ने शुरू किया विरोध

<p>Raja Bhaiya</p>
वाराणसी. राजा भैया के गढ़ में बीजेपी के तगड़ा झटका लगा है। बीजेपी को एससी/एसटी एक्ट पर लाया गया अध्यादेश भारी पड़ सकता है। बीजेपी के परम्परागत वोटर भी इससे नाराज हो गये हैं और खुल कर अपना विरोध जताने में जुट गये हैं।
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बाहुबली क्षत्रिय नेता राजा भैया के गढ़ प्रतापगढ़ में कोहड़ोर इलाके के मकूनपुर बाजार में दुकानों पर पोस्टर लगाये गये है। पोस्टर में साफ लिखा है कि यह सवर्णों का क्षेत्र है और हम लोग एससी/एसटी एक्ट का विरोध करते हैं। कृपया बीजेपी के लिए वोट मांगने यहां पर नहीं आये। हाथ से लिखे पोस्टरों के दुकान पर चस्पा करने के बाद से क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। स्थानीय बीजेपी नेताओं को भी समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाये। बीजेपी नेताओं के पास एससी/एसटी एक्ट को लेकर ऐसा कोई जवाब तक नहीं है जिससे दुकानदारों की नाराजगी दूर किया जा सके। पोस्टर को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी किया जा रहा है।
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राजा भैया के लिए भी आसान नहीं होगा बीजेपी का साथ देना
राजा भैया व बीजेपी की नजदीकी किसे से छिपी नहीं है। प्रतापगढ़ संसदीय सीट पर अनुप्रिया पटेल के सांसद है जिनका अपना दल से संबंध खराब चल रहा है। राज्यसभा चुनाव के बाद राजा भैया व अखिलेश यादव के रिश्ते भी अच्छे नहीं रह गये हैं। मायावती से उनकी पुरानी राजनीतिक अदावत है। राजा भैया के भाई अक्षय प्रताप सिंह संसदीय चुनाव लड़ते हैं। पहले वह सपा से प्रत्याशी बनाये जाते थे लेकिन महागठबंधन होने पर सपा से टिकट मिलना मुश्किल हो गया है। राजा भैया के पास बीजेपी व शिवपाल यादव की पार्टी ही विकल्प बचती है। एससी/एसटी एक्ट के बाद सवर्णों ने जिस तरह से बीजेपी का विरोध शुरू किया है उससे राजा भैया की भी मुश्किले बढ़ सकती है। अब राजा भैया के पास शिवपाल यादव की ही पार्टी बचती है जहां से वह अपने भाई को चुनाव लड़ा सकते हैं।
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