बताया जाता है कि लखनऊ के मूल निवासी आफताब काम के सिलसिले में वाराणसी आया और यहां उसे पड़ोस में रहने वाली पूजा पटेल को उससे प्यार हो गया। दोनों 2014 में घर से भाग गए और प्रेम विवाह कर साथ में रहने लगे। पूजा से शादी के बाद आफताब उसे लेकर पहले मुंबई रहने गया फिर वापस लौटकर लखनऊ चला गया। कहा जा रहा है कि वहां पूजा को लेकर काफी लड़ाई झगड़ा होता था। आफताब पर उसके परिवार वाले पूजा को तलाब देने का दबाव डालते थे। इस बीच वह पत्नी और बेटे नक्ष को साथ लेकर वाराणसी आकर बड़ी गैबी इलाके में रहने लगा। आरोप है कि आफताब आए दिन पूजा को मारता-पीटता था। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें देर रात भी उसने पूजा की पिटाई की थी। शोरगुल होने पर पास-पड़ोस के लोगों ने आकर बीच-बचाव किया था।
उधर पूजा के परिजनों ने उसकी आत्महत्या के लिये आफताब को जिम्मेदार ठहराया है। उनका आरोप है कि पूजा को धर्म को लेकर उसे प्रताड़ित किया जाता था। हालांकि पूजा दोनों के बीच सामंजस्य बनाकर रखती थी। अपना नाम बदलकर जोया रख लिया था, लेकिन बेटे का नाम नक्ष रखा था। पिता ने आफताब पर बेटी पूजा को प्रताड़ित और आत्महत्या के लिये मजबूर करने का आरोप लगाया है। उधर इस मामले में इंस्पेक्टर भेलूपुर अजय कुमार श्रोतिया ने मीडिया को बताया कि पति से विवाद के बाद पूजा ने फांसी लगा ली, पिता की शिकायत पर आफताब को हिरासत में ले लिया गया है। पोस्टामार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह साफ होने के साथ ही तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।